शुक्रवार सुबह म्यांमार में आए भूकंप से धरती कांप उठी थी। इसका असर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी देखने को मिला है। भूकंप के झटके थाईलैंड, बांग्लादेश, चीन और भारत तक महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र म्यांमार में था और इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 मापी गई। बैंकॉक में एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत भूकंप के झटकों से भरभराकर ढह गई। शुक्रवार को आए भूकंप में मौत का आंकड़ा 10 हजार से ज्यादा हो सकता है। यह आशंका यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने जताई है।
म्यांमार की सैन्य सरकार ने कम से कम 694 लोगों की मौत की पुष्टि की है, जबकि 1,670 लोग घायल हैं। उधर, थाईलैंड में 10 लोगों की मौत हुई है। इस तरह इस आपदा में अब तक 700 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है।
भूकंप के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा, “म्यांमार में भूकंप से प्रभावित सभी लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। हम इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि सभी सुरक्षित रहें और यह संकट जल्द खत्म हो।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भारत म्यांमार को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।
एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि थाईलैंड और म्यांमार में भूकंप के कारण हुए नुकसान के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। स्पेसएक्स की टीम संचार आवश्यकताओं और राहत प्रयासों में सहायता के लिए स्टारलिंक किट प्रदान करने के लिए तैयार है।