केंद्र सरकार का दावा, पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़ेंगे। ये खर्चा पेट्रोलियम कंपनियां उठाएंगी
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने आज यानी 7 अप्रैल को पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 2-2 रुपए उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है। पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क की वृद्धि एक ऐसे समय में की गई है जब वैश्विक तेल कीमतें अस्थिर हो गई हैं। वहीं, आज से एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें भी बढ़ गई हैं। घरेलू गैस सिलेंडर और उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले सिलेंडर पर 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई है।
पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का यह फैसला वैश्विक तेल कीमतों में जारी उतार-चढ़ाव और ट्रंप प्रशासन की ओर से जवाबी टैरिफ के एलान के बीच लिया गया है। सरकार की ओर से एक आधिकारिक आदेश जारी कर इसकी जानकारी दी गई है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि ड्यूटी को कच्चे तेल की घटी कीमतों से एडजस्ट किया जाएगा। अगर आगे भी कच्चे तेल के दाम घटे रहे तो पेट्रोल-डीजल के दामों में गिरावट आ सकती है।
आधिकारिक आदेश के अनुसार, पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया गया है। बता दें कि एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाने वाला टैक्स है, जो ईंधन की कीमत का एक बड़ा हिस्सा बनाता है।
हालांकि केंद्र सरकार ने साफ किया है कि पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्रालय की ओर से सरकारी ऑयल कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस टैक्स बढ़ोतरी के बावजूद पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों (Retail Prices) में कोई बदलाव न करें। यानी, आपकी जेब से एक्स्ट्रा पैसे नहीं निकलेंगे और फ्यूल स्टेशन पर पेट्रोल-डीजल पहले की ही कीमतों पर मिलेगा।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज वितरण कंपनियों की ओर से रसोई गैस या एलपीजी की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी किए जाने का एलान किया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उज्ज्वला और सामान्य श्रेणी के ग्राहकों के लिए गैस की कीमत में इजाफा किया गया है। नई कीमतें आज आधी रात से लागू हो जाएंगी।