राज्यसभा में इस बिल पर करीब 13 घंटे तक चली चर्चा
राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के बाद यह बिल बन जाएगा कानून
नई दिल्ली। वक्फ बिल लोकसभा से पारित होने के बाद राज्यसभा से भी आसानी से पारित हो गया। बिल के पक्ष में 128 और विपक्ष में 95 वोट पड़े। बुधवार को लोकसभा में यह बिल 12 घंटे की चर्चा के बाद पास हुआ था। राज्यसभा में इस बिल पर करीब 13 घंटे तक चर्चा चली।अब यह बिल राष्ट्रपति के पास जाएगा। उनकी स्वीकृति मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा।
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर कड़ा प्रहार किया और आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इस कानून को इस तरह से बनाया है जिससे कथित तौर पर भू-माफियाओं को मदद मिल रही है। जेपी नड्डा ने वक्फ अधिनियम में प्रस्तावित संशोधनों का जोरदार बचाव किया और राष्ट्रीय हितों की रक्षा और वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए सुधार की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया, जिससे गरीब मुसलमानों का कल्याण होना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार का इरादा ठीक नहीं है। वक्फ लैंड किसको देंगे यह सामने नहीं आया। अंबानी-अडाणी जैसे लोगों को खिलाएंगे। मैं गृहमंत्री से अपील करूंगा कि आप इसे वापस ले लें। इसे प्रेस्टीज ईश्यू न बनाएं। मुसलमानों के लिए ये अच्छा नहीं है। संविधान के खिलाफ है।
राज्यसभा में पारित विधेयक पर एनसीपीएससीपी सांसद फौजिया खान ने कहा कि किसानों के बिल की तरह ही इस बिल को भी बुलडोजर से कुचल दिया गया है। हम इस बिल के खिलाफ विरोध जारी रखेंगे। हमारे पूर्वजों ने धार्मिक उद्देश्यों के लिए जमीन दान की है। वक्फ बोर्ड एक धार्मिक संस्था है। यह बिल असंवैधानिक है और इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी और रद्द किया जाएगा।