डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ते कदम; रतलाम मंडल पर अनारक्षित टिकटों की डिजिटल बुकिंग में चार गुना बढ़ोतरी

 क्‍यू आर कोड की सुविधा के बाद तेजी से बढ़ा आंकड़ा, डिजिटल बुकिंग से आमजन को भी हो रही सुविधा

रतलाम। भारत में डिजिटलीकरण काफी शीघ्रता से किया जा रहा है। इससे आम जनता को काफी सुविधा हो रही है, जो डिजिटल क्रांति का एक महत्‍वपूर्ण लाभ है। इस क्षेत्र में भारतीय रेलवे भी कहां पीछे रहने वाला है। डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार करने के लिए भारतीय रेलवे जहां भी संभव हो ऑनलाइन की सुविधा उपलब्‍ध करा रही है। डिजिटल माध्‍यम जहां समय की बचत कराता है। वहीं, ग्राहकों को निश्चितता भी प्रदान करता है। वह दिन दूर नहीं जब सुविधाओं के उपभोग के लिए पूर्ण रूप से डिजिटल लेन-देन लागू हो जाएगा।

जनसंपर्क अधिकारी- रतलाम मंडल खेमराज मीना ने बताया कि भारतीय रेलवे में टिकट बुकिंग की बात करें तो पूर्व में सिर्फ आरक्षित टिकटों के लिए ही ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा थी। धीरे-धीरे संसाधानों के विकास के साथ ही अनारक्षित टिकट के लिए भी ऑनलाइन टिकट बुकिग की सुविधा भारतीय रेलवे द्वारा आरंभ की गई। भारतीय रेलवे पर अनारक्षित टिकटों की बुकिंग के लिए मुख्‍य रूप से तीन माध्‍यमों का उपयोग रेल उपभोक्‍ताओं द्वारा किया जा सकता है वे हैं- एटीवीएम (ऑटोमेटेड टिकट वेंडिंग मशीन), मोबाइल ऐप एवं क्‍यू आर कोड।

खेमराज मीना ने आगे बताया कि पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल पर अनारक्षित टिकटों की बुकिंग हेतु तीनों महत्‍वपूर्ण सुविधाएं उपलब्‍ध है और इसी का प्रतिफल है कि रतलाम मंडल पर अनारक्षित टिकटों की बुकिग ऑनलाइन माध्‍यम से करने में लगभग चार गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वित्‍त वर्ष 2024-25 के अप्रैल में जहां डिजिटल माध्‍यम से अनारक्षित टिकटों की बुकिंग का प्रतिशत 3.54% था वहीं मार्च 2025 में यह प्रतिशत बढ़कर 12.67% हो गई।

डिजिटल माध्‍यम से टिकटों की बुकिंग में सभी अनारक्षित बुकिंग खिड़कियों पर क्‍यू आर कोड का लगाया जाना काफी महत्‍वपूर्ण साबित हुआ है। अगस्‍त 2024 में टिकट काउंटरों पर क्‍यू आर कोड की सुविधा की शुरूआत हुई तथा उसके अगले माह में ही दो प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई। क्‍यू आर कोड के माध्‍यम से टिकटों की बुकिंग माह दर माह में बढ़ोतरी होती गई तथा अगस्‍त 2024 से मार्च 2025 तक आठ महीनों में 5.20 लाख से अधिक टिकटों की बुकिंग क्‍यू आर कोड के माध्‍यम से किया गया।

अनारक्षित टिकटों की बुकिंग हेतु डिजिटल माध्‍यम से भुगतान में एटीवीएम एवं यूटीएस मोबाइल ऐप का भी काफी महत्‍वपूर्ण योगदान रहा है। वित्‍त वर्ष 2024-25 में एटीवीएम के माध्‍यम से टिकटों की बुकिंग में 12.49 प्रतिशत की तथा मोबाइल ऐप के माध्‍यम से टिकटों की बुकिंग में 124.20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। डिजिटल माध्‍यम से टिकटों की बुकिंग जहां हमारे सम्‍माननीय रेल यात्रियों के लिए उपयोगी है वहीं रेल प्रशासन के लिए भी यह माध्‍यम सुविधाजनक है। डिजिटल माध्‍यम से टिकटों की बुकिंग हेतु पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल निरंतर प्रयासरत है।

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