केंद्रीय मंत्री ने कहा- हम टोल वसूली की प्रक्रिया बदल रहे हैं। इससे टोल कम होगा। वो कितना कम होगा, ये अभी नहीं बता सकते हैं
पिछले महीने भी गडकरी ने संसद में इस टोल नीति का जिक्र करते हुए कहा था- सरकार इस सिस्टम को ज्यादा यूजर-फ्रेंडली बनाना चाहती है
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टोल को लेकर एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि सरकार एक नया टोल सिस्टम लाने जा रही है, जिससे आम आदमी की जेब पर पड़ने वाला बोझ कम होगा। हम टोल वसूली की प्रक्रिया बदल रहे हैं। इससे टोल कम होगा। वो कितना कम होगा, ये अभी नहीं बता सकते हैं। लेकिन, जो टोल देते हैं, वो लोग खुश हो जाएंगे। उनकी कोई शिकायत नहीं रहेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नई टोल प्रणाली के लागू होने के बाद, लोगों को टोल टैक्स में राहत मिल सकती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इससे यात्रियों पर आर्थिक बोझ कम होगा, जो लंबे समय से एक बड़ी चिंता बनी हुई है। इससे पहले भी उन्होंने पिछले महीने संसद में इस टोल नीति का जिक्र किया था। और बताया था कि सरकार इस सिस्टम को ज्यादा यूजर-फ्रेंडली बनाना चाहती है। साथ ही यह सुनिश्चित करना चाहती है कि देश का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर भी मजबूत बना रहे।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में भारत में टोल वसूली का सिस्टम फास्टैग आधारित है, जिसमें गाड़ियां टोल प्लाजा पर लगे सेंसर से स्कैन होती हैं। लेकिन सरकार अप्रैल 2025 से एक बिल्कुल नया सैटेलाइट-आधारित टोल सिस्टम लाने की तैयारी में है।
जानकारी के अनुसार, इस नई तकनीक का नाम ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) है, जिसमें गाड़ियों में एक खास डिवाइस लगाया जाएगा। यह डिवाइस यह ट्रैक करेगा कि गाड़ी ने कितनी दूरी तय की है, और उसी आधार पर टोल चार्ज वसूला जाएगा। यानी जितना सफर, उतना भुगतान। इससे टोल प्लाजा की जरूरत भी धीरे-धीरे खत्म हो सकती है और ट्रैफिक जाम जैसी समस्या भी दूर होगी।