मुंबई को आतंक का स सबसे बड़ा सदमा देने वाले आतंकी तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाया जा रहा है। तहव्वुर राणा मुंबई के 26/11 हमले का मास्टरमाइंड है। जांच एजेंसी एनआईए और खुफिया एजेंसी रॉ की एक जॉइंट टीम तहव्वुर राणा को लेकर स्पेशल फ्लाइट से रवाना हो चुकी है। उसे आज दिल्ली लाया जा रहा है।
भारत आने से पहले आतंकी तहव्वुर ने खुद को बचाने की बहुत कोशिश की थी। लेकिन उसके प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की अर्जी अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को खारिज कर दी थी। तहव्वुर राणा ने अपनी याचिका में खुद को पार्किंसन बीमारी से पीड़ित बताते हुए कहा था कि यदि भारत डिपोर्ट किया गया तो उसे प्रताड़ित किया जा सकता है। ये फैसला भारत की मोदी सरकार के लिए बड़ी कूटनीतिक जीत है। 14 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में राष्ट्रपति ट्रंप ने तहव्वुर राणा को भारत को सौंपने का ऐलान किया था। इसके बाद से उसके डिपोर्ट करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही थी।
आतंकी तहव्वुर राणा को 2009 में FBI ने गिरफ्तार किया था। राणा को अमेरिका में लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन करने के लिए दोषी ठहराया गया था। अब तक वह लॉस एंजिल्स के एक डिटेंशन सेंटर में बंद था।
बता दें कि 26 नवंबर 2008 को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने मुंबई पर खौफनाक हमले किए। ताज होटल से लेकर होटल ट्राइडेंट तक, नरीमन हाउस से लेकर सीएसटी रेलवे स्टेशन तक आतंकी अजमल कसाब समेत 10 आतंकियों ने मुंबई को लहूलुहान कर दिया। कई जांबाज अफसर शहीद हो गए। ये हमले चार दिनों तक चले। इन हमलों में कुल 175 लोग मारे गए, जिनमें 9 हमलावर भी शामिल थे। 300 से ज़्यादा लोग घायल हुए थे।