लोकसभा से वक्फ संशोधन बिल को मंजूरी मिलने के बाद गुरुवार को राज्यसभा में इसे पेश किया गया। दोपहर से इस बिल पर चर्चा की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने वक्फ बिल पर विपक्ष के रुख को लेकर निशाना साधा और कहा कि हमने कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार की तुलना में वक्फ बिल को लेकर कहीं ज्यादा गंभीरता दिखाई। यह बिल पार्टी इंटरेस्ट का नहीं है, यह नेशनल इंटरेस्ट का विषय है इसलिए इस मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए और विषय को डीरेल नहीं करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि बिल में कहीं राम मंदिर आ रहा है, कहीं कुंभ मेला दिख रहा है, बिहार का इलेक्शन दिख रहा है, कही इंडिया बिक गया दिख रहा है कहीं केरल का सिनेमा आ गया यह सब चर्चा को डीरेल करने की कोशिश है। वक्फ विधेयक 2025 का मूल उद्देश्य रिफॉर्म लाकर वक्त की प्रॉपर्टी का उचित मैनेजमेंट करना है।
गरीब मुसलमान को न्याय दिलाना उद्देश्य
अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि व्यापक चर्चा के बाद तैयार किए गए बिल को जेपीसी के पास भेज दिया गया था। बिल को लेकर जेपीसी ने जितना काम किया उतना काम किसी कमेटी ने नहीं किया। उन्होंने आगे यह भी कहा कि संशोधित बिल में मुसलमान के धार्मिक क्रियाकलापों में किसी तरह का हस्तक्षेप कोई गैर मुस्लिम नहीं करेगा। हमने ट्रांसपेरेंसी, अकाउंटेबिलिटी, एक्यूरेसी पर केंद्रित बदलाव किए हैं। हम किसी की धार्मिक भावना को चोट पहुंचाने के लिए नहीं है। गरीब मुसलमान को न्याय मिले हमारा यही उद्देश्य है।
288 ने पक्ष में डाला वोट
गौरतलब है कि बुधवार को लोकसभा में 12 घंटे की चर्चा के बाद वक्फ संशोधन बिल पास हो गया रात 2 बजे वोटिंग हुई जिसमें 520 सांसदों ने भाग लिया। 288 ने पक्ष में और 232 में विपक्ष में वोट डाले। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन ने इससे उम्मीद नाम दिया है जिसका फुल फॉर्म यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट एंपावरमेंट एफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट नाम दिया है।
इन लोगो ने किया विरोध
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उदय प्रताप की पंक्तियां “न तेरा है ना मेरा है यह हिंदुस्तान सबका है जो आकर मिल गई इसमें वह नदियां दिखलाई नहीं देते महासागर बनाने में योगदान सबका है” से अपनी बात शुरू की और कहा कि बचपन से बातें सुनकर आए हैं कि सरकार में आप सरकार मां-बाप होते हैं जो अपने सभी बच्चों का ख्याल रखती है बाबा साहब ने संविधान में अधिकार दिए हैं जिसको आप छीन रहे हैं।
कांग्रेस सांसद डॉक्टर सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि यह बिल पूरी तरह से फेक नॉरेटिव पर आधारित है जिसके लिए पिछले कुछ महीने से कोशिश की जा रही थी। यह बिल बीजेपी के लिए सिर्फ ध्रुवीकरण का तरीका है। यह कह रहे हैं कि हम गरीबों को ताकत देंगे, ट्रांसपेरेंसी देंगे 10 साल से आप सत्ता में है क्या किया?
वही डीएमके ने ऐलान किया कि वक्फ बिल के खिलाफ पार्टी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। आज डीएमके के सांसदों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर बिल का विरोध किया।
वक्फ संशोधन बिल बुधवार को लोकसभा में पास होने के बाद गुरुवार को राज्यसभा में पेश किया गया। दोपहर 1 बजे से चर्चा हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने वक्फ बिल पर विपक्ष के रुख को लेकर निशाना साधा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि हमने कांग्रेस नेतृत्व वाली UPA सरकार की तुलना में वक्फ बिल को लेकर कहीं ज्यादा गंभीरता दिखाई। यह बिल पार्टी इंट्रेस्ट का नहीं है, यह नेशनल इंट्रेस्ट का विषय है। इसलिए मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए। विषय को डिरेल नहीं करना चाहिए। बिल में कहीं राम मंदिर आ रहा है। कहीं कुंभ मेला दिख रहा है। बिहार का इलेक्शन दिख रहा। कहीं एअर इंडिया बिक गया। कहीं केरला का सिनेमा आ गया। ये सब चर्चा को डिरेल करने की कोशिश है।
राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सदस्य प्रो. मनोज कुमार झा ने कहा कि विधेयक पर पुनर्विचार किए जाने की जरूरत है, इसलिए सरकार को इस तरह के कानून बनाने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। इस देश के मुसलमान का इस मिट्टी पर कर्ज है। इस कर्ज के रिश्ते को व्यापारी के रिश्ते की तरह मत देखिए। अगर आपकी नजर में बदलाव नहीं आएगा तो सबकुछ बिखर कर रह जाएगा।