उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने इंदौर में छात्रसंघ चुनाव को लेकर दिया बड़ा
उच्च शिक्षा मंत्री परमार बोले- प्रदेश सरकार ने छात्रसंघ चुनाव के लिए मसौदा तैयार कर लिया है
मध्य प्रदेश में अंतिम बार 2017 में हुए थे अप्रत्यक्ष प्रणाली से छात्रसंघ चुनाव
इंदौर। मध्य प्रदेश में पिछले कई वर्षों से छात्र नेता महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे सभी छात्र नेताओं के लिए अच्छी खबर यह आई है कि मध्य प्रदेश में अगले शिक्षण सत्र से छात्रसंघ के चुनाव हो सकते हैं। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने इंदौर में इसको लेकर बड़ा बयान दिया है।
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार 30 नवंबर को इंदौर प्रवास पर थे। शनिवार को उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने छात्रसंघ चुनाव के लिए मसौदा तैयार कर लिया है। इसके लिए आवश्यक चर्चा हुई है। सैद्धांतिक सहमति बन गई है। कुछ एकेडमिक विषयों पर चर्चा होना है। हमें भरोसा है कि इस पर भी सभी की सहमति बना लेंगे और अगले शिक्षण सत्र से छात्र संघ चुनाव कराने की स्थिति में आ जाएंगे।
प्रदेश में नई शिक्षा नीति के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने कहा कि नए शैक्षणिक सत्र में नई शिक्षा नीति का चौथे वर्ष के लिए जो पाठ्यक्रम है, उस पर काम किया जा रहा है। इसके लिए विशेषज्ञ अध्ययन कर रहे हैं। उसके बाद शिक्षा नीति के अनुसार समावेश करते जा रहे हैं। उन्होने बताया कि अगले सत्र से प्रदेश की उच्च शिक्षा नीति में कई और बदलाव किए जाएंगे, जो छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को और बेहतर बनाएंगे।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा छात्र संघों के चुनाव कराए जाने की संभावना पर दिए गए बयान से उन युवाओं में नई उम्मीद जगी है, जो छात्र संघ के चुनाव के बाद राजनीति के मैदान में अपना नाम बनाना चाहते हैं। बता दें कि अभाविप- एनएसयूआई लगातार छात्र संघ चुनाव की मांग करते रहे हैं। प्रदेश में अंतिम बार 2017 में अप्रत्यक्ष प्रणाली से छात्रसंघ चुनाव हुए थे। उसके बाद से छात्र संघ चुनाव नहीं हो पाए हैं।