कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुद्दे को विधानसभा में उठाने पर दिया जोर
2 बार अभ्यर्थियों की एमपीपीएससी अधिकारियों के साथ बैठक हुई। लेकिन नहीं निकला कोई समाधान
इंदौर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के खिलाफ हजारों अभ्यर्थियों का चौथे दिन भी धरना प्रदर्शन और अनशन जारी रहा। शुक्रवार शाम से देर रात तक 2 बार अभ्यर्थियों की एमपीपीएससी अधिकारियों के साथ बैठक हुई। जिसमें कोई समाधान नहीं निकलने पर अभ्यर्थी हड़ताल पर डटे हैं। अभ्यर्थी एमपीपीएससी के सचिव से लिखित में आश्वासन लेना चाहते थे, जिसके लिए अधिकारी तैयार नहीं थे। इसके चलते बैठक में कोई निर्णय नहीं निकला।
धरना खत्म करने को लेकर आज भी दिनभर जिला प्रशासन के अधिकारी दबाव बनाते रहे। साथ ही अभ्यर्थियों पर कार्रवाई की बात कही। बावजूद इसके उन्होंने धरना से उठने से साफ मना कर दिया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुद्दे को विधानसभा में उठाने पर जोर दिया। बता दें कि बुधवार सुबह दस बजे से हजारों अभ्यर्थी आयोग कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हैं। गुरुवार रात आठ बजे से राधे जाट और अरविंद भदौरिया अनशन पर बैठे हैं। उन्होंने मांगे नहीं माने जाने तक अनशन से उठने से इन्कार कर दिया है।
विद्यार्थियों की मांगे ये है
- 2019 की मुख्य परीक्षा (Mains) की कॉपियां दिखाई जाएं और मार्कशीट जारी की जाए।
- MPPSC 2025 में राज्य सेवा में 700 और वन सेवा में 100 पदों के साथ नोटिफिकेशन जारी हो।
- 2023 राज्य सेवा मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी किया जाए।
- 87/13 फॉर्मूला खत्म करके सभी परिणाम 100 प्रतिशत पर जारी किए जाएं।