आधी रात को कलेक्टर आशीष सिंह प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच पहुंचे और लगभग ढाई घंटे तक चर्चा की
छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए भोपाल रवाना
इंदौर। एमपीपीएससी के अभ्यर्थियों का चार दिन चला धरना-प्रदर्शन 22 दिसंबर रविवार सुबह 5 बजे समाप्त हो गया। इस प्रदर्शन में प्रदेशभर के हजारों छात्र शामिल हुए थे। इस दौरान दो अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठे थे। जिसमें से अरविंद सिंह भदौरिया की हालत शनिवार को बिगड़ गई। जिसके चलते वे बेहोश हो गए। उन्हें ड्रीप चढ़ाई गई। अरविंद के साथ स्टूडेंट लीडर राधे जाट भी आमरण अनशन पर थे।
जानकारी के अनुसार, आयोग की सहमति के बाद, इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह सहित प्रशासन के अधिकारी आधी रात को प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच पहुंचे। उन्होंने ढाई घंटे तक उनके साथ चर्चा की और तड़के 5 बजे आंदोलन को समाप्त करवाया। छात्रों का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात के लिए भोपाल रवाना हो गया है।
रात करीब 3 बजे कलेक्टर आशीष सिंह और प्रशासन के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। कलेक्टर आशीष सिंह ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर आयोग ने सहमति जताई है। हालांकि, कुछ मांगे फिलहाल कोर्ट में विचाराधीन हैं, जिन पर आयोग बैठक करेगा। बाकी मांगों पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।