प्रदेश के वन राज्य मंत्री सहित वरिष्ठ अधिकारियों के दल ने किया क्षेत्र का भ्रमण
मुख्यमंत्री ने वन विभाग को मध्य प्रदेश में हाथी टास्क फोर्स बनाने के दिए निर्देश
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में इस हफ्ते 10 हाथियों की मौत हुई है। यह मामला अब प्रदेश के साथ ही देशभर में गरमाया हुआ है। शुरुआती जांच के आधार पर माना जा रहा है कि इन हाथियों की मौत टॉक्सिन यानी जहर के कारण हो सकती है। हालांकि, हाथियों की मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए राज्य सरकार के अलावा केंद्र सरकार की ओर से भी जांच कराई जा रही है। वहीं, मध्यप्रदेश सरकार की ओर से बाधवगढ़ टाइगर रिजर्व भेजी गई हाई लेवल टीम को इस मामले में किसी भी तरह के षड्यंत्र का पता नहीं चला है। न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक टीम के एक सदस्य ने 2 नवंबर को ये जानकारी दी। राज्य सरकार की ओर से इस मामले की जांच के लिए बनाई गई टीम की रिपोर्ट तीन-चार दिनों में आ जाएगी।
मध्य प्रदेश में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत के मामले में दो अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है, जिसमें बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर गौरव चौधरी और एसडीओ फतेसिंह निनामा को सस्पेंड किया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बैठक में वन विभाग को मध्य प्रदेश में हाथी टास्क फोर्स बनाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में उमरिया जिले के वन क्षेत्र में पिछले दिनों 10 हाथियों की अलग-अलग दिन हुई मृत्यु की घटना दुखद एवं दर्दनाक है, जिसे राज्य शासन ने गंभीरता से लिया है। वन राज्य मंत्री सहित वरिष्ठ अधिकारियों के दल ने क्षेत्र का भ्रमण किया है। प्रारंभिक रिपोर्ट में हाथियों के पेट में कोई कीटनाशक नहीं पाया गया है। पोस्टमॉर्टम की विस्तृत रिपोर्ट आना शेष है। हाथियों के बड़े दल के रूप में आने की घटना उमरिया और सीधी जिले में बड़ी संख्या म हाथियों की मौजूदगी दिख रही है। ऐसे में फील्ड डायरेक्टर एवं अन्य अधिकारियों को सतर्क और सजग रहने की जरूरत है।