कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने की सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग
सरकार ने अभी तक नहीं कि है नई जनगणना की तारीख की घोषणा
जातिगत जनगणना का मुद्दा अभी भी गरमाया हुआ है। विपक्ष ने लगातार इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश की है। इस सिलसिले में कांग्रेस ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। कांग्रेस का मानना है कि यह स्पष्ट किया जा सके कि क्या अगली जनगणना में सभी जातियों की व्यापक गणना शामिल होगी और क्या जनगणना का उपयोग लोकसभा में प्रत्येक राज्य की शक्ति तय करने के लिए किया जाएगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि महा पंजीयक (रजिस्ट्रार जनरल) और जनगणना आयुक्त का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है, जिसका मतलब है कि 2021 में होने वाली जो जनगणना लंबे समय से टली हुई थी, अब जल्द ही होगी।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि अभी भी दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई स्पष्टता नहीं है। क्या इस नई जनगणना में देश की सभी जातियों की विस्तृत गणना होगी, जैसे कि अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की गणना 1951 से हर जनगणना में की जाती है? भारत के संविधान के मुताबिक जाति जनगणना का काम केवल केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इन दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर स्पष्टता पाने के लिए एक सर्वदलीय बैठक करना सबसे उचित होगा। मृत्युंजय कुमार नारायण अभी महा पंजीयक और जनगणना आयुक्त हैं। केंद्र ने उनके कार्यकाल को अगस्त 2026 तक बढ़ा दिया है। यह फैसला उन्हें देश में जनगणना का काम करवाने के लिए आगे बढ़ने का मौका देगा। नारायण भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1995 बैच के उत्तर प्रदेश मंत्रालय के तहत इस महत्वपूर्ण पद पर 2020 से कार्यरत हैं।
बता दें कि जनगना का प्रारंभिक चरण और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को अपडेट करने का काम एक अप्रैल से 30 सितंबर 2020 तक पूरे देश में होने वाला था। लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे टाल दिया गया था। सरकार ने अभी तक नई जनगणना की तारीख की घोषणा नहीं की है। लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा।