पीके ने कहा कि वे ‘काबिलियत की राजनीति’ में विश्वास करते हैं और शराबबंदी पर बोलने से नहीं हिचकिचाएंगे
पीके ने खुद को शाहरुख खान और तेजस्वी को अभिषेक बच्चन बताया
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब चुनावी रणनीति से ज्यादा अपने बयानों से चर्चा में रहने लगे हैं। अब जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर यानी पीके ने एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी राजनीतिक पार्टी सत्ता में आती है तो वह एक घंटे के भीतर ही बिहार में शराबबंदी कर देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे ‘काबिलियत की राजनीति’ में विश्वास करते हैं और शराबबंदी पर बोलने से नहीं हिचकिचाएंगे।
शराबबंदी का फैसला नीतीश कुमार की तरफ से एक ढकोसला है- पीके
प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शराबबंदी का फैसला नीतीश कुमार की तरफ से एक ढकोसला है। पीके ने मौजूदा शराबबंदी की आलोचना की और दावा किया कि यह अप्रभावी साबित हुई है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के कारण अवैध घरेलू शराब वितरण बढ़ गया है और राज्य को 20,000 करोड़ रुपये के संभावित उत्पाद शुल्क राजस्व से वंचित कर दिया है। उन्होंने राजनेताओं और नौकरशाहों पर भी अवैध शराब व्यापार से लाभ उठाने का आरोप लगाया।
तेजस्वी की भी पहचान सिर्फ यह है कि वह लालू जी के बेटे हैं- पीके
पीके ने तेजस्वी की तुलना अभिषेक और खुद को शाहरुख बताते हुए कहा कि उसी तरह तेजस्वी की भी पहचान सिर्फ यह है कि वह लालू जी के बेटे हैं। तेजस्वी को तो जीडीपी और जीडीपी विकास दर में भी फर्क नहीं पता और यह बिहार का दुर्भाग्य है। पीके ने कहा कि ज्ञान और बुद्ध की धरती पर हमने अनपढ़ और बदमाश लोगों को अपना नेता बना रखा है लेकिन जिस तरह से शाहरुख खान ने बॉलीवुड में अपना रास्ता और अपनी पहचान खुद बनाई है, उसी तरह राजनीति में प्रशांत किशोर ने अपनी पहचान खुद बनाई है, इसलिए हमारा रास्ता सीधा नहीं है। अब जनता को तय करना है कि उनको भरोसा उन पर करना है जिसने अपनी बुद्धि और मेहनत से अपने लिए रास्ता बनाया है या उन पर जो अपने बाबू जी (पिता) के नाम से आगे बढ़े हैं।
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