सिखों की गलत छवि दिखाने पर उठायी आपत्ति, मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई
अभिनेत्री कंगना रनौत की फ़िल्म इमरजेंसी को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है
1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाया गए आपातकाल पर आधारित फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज़ पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। अभिनेत्री और निर्देशिका कंगना रनौत की फिल्म में सिख संगठन द्वारा सिखों की गलत छवि दिखाने का आरोप लगाया गया है। वे काफी समय से फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग कर रहे थे। इसकी रिलीज़ रोकने के लिए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल की गई थी।
फिल्म की रिलीज़ पर लगी रोक
इमरजेंसी फिल्म को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है जिसने अब बड़ा रूप ले लिया है। फिल्म 6 सितंबर को रिलीज़ होने वाली थी जिसपर फिलहाल बॉम्बे हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। फिल्म को अभी तक सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट भी नहीं मिला है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को तुरंत सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया है। कोर्ट के अनुसार यदि ऐसा किया जाता है तो यह मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन होगा।
सर्टिफिकेट की अपील को कोर्ट ने किया ख़ारिज
बता दें कि सीबीएफसी द्वारा सर्टिफिकेट जारी न किए जाने पर जी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी कि वह उन्हें सर्टिफिकेट जारी करे। कंपनी की इस अपील को हाई कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया है।