एनडीए ने एक बार फिर से ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया है, जबकि विपक्ष ने के. सुरेश को उनके सामने उतारा है
48 साल बाद लोकसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव होने जा रहा, देश के इतिहास में तीसरी बार लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष के लिए आज वोटिंग होगी। पहले लग रहा था कि एनडीए उम्मीदवार को निष्पक्ष चुन लिया जाएगा, लेकिन इस बीच विपक्ष ने अपना उम्मीदवार उतार दिया है। एनडीए ने एक बार फिर से ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया है, जबकि विपक्ष ने के सुरेश को उनके सामने उतारा है। देश के इतिहास में ऐसा तीसरी बार होने जा रहा है, जब स्पीकर के लिए चुनाव होगा। दरअसल विपक्ष डिप्टी स्पीकर की मांग पर अड़ा है। वहीं स्पीकर को लेकर भी आम सहमति नहीं बन सकी।
48 साल बाद लोकसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं। 48 साल बाद लोकसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव होने जा रहा है। आखिरी बार 1976 में चुनाव हुआ था। दरअसल लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सरकार और विपक्ष के बीच मंगलवार को आम सहमति नहीं बन सकी और अब एनडीए के उम्मीदवार तथा भाजपा सांसद ओम बिरला का मुकाबला कांग्रेस के कोडिकुन्नील सुरेश के साथ होगा।
जानते हैं, किसके कितने हैं सांसद
लोकसभा में नंबरों की बात करें तो कुल सांसदों की संख्या 543 है। BJP के पास 240 सांसद हैं। वहीं NDA के पास कुल सासदों की संख्या 293 है। इसमें टीडीपी के 16 और JDU के 12 सांसद हैं। INDIA गठबंधन के 235 सांसद हैं। इनमें कांग्रेस के 98 और अन्य के पास 14 सांसद हैं। जबकि एक सीट खाली है। खास बात यह है कि टीएमसी और YSRCP एनडीए को समर्थन दे सकती है। लोकसभा में टीमसी के 29 सांसद हैं, जिसका कहना है कि कांग्रेस से उनसे चर्चा किए बिना ही उम्मीदवार चुन लिया है। वहीं जगन मोहन रेड्डी की YSRCP का कहना है कि उनके सांसद ओम बिरला को समर्थन देंगे। वहीं 3 स्वतंत्र उम्मीदवार के सुरेश के पक्ष में जाने की बात कह रहे हैं।
कागज की पर्चियों से हो सकती है वोटिंग
लोकसभा अध्यक्ष के नाम का प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित किया जा सकता है। अगर विपक्ष वोटों के विभाजन पर जोर देता है, तो सांसदों को वोट देने के लिए कागज की पर्चियां बांटी जाएंगी, क्योंकि नए सांसदों को सीटें आवंटित नहीं की गई हैं। इसीलिए इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले सिस्टम का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।