जल व संपत्तिकर में की गई बढ़ोतरी, 15 साल के बाद बढ़ाया गया टैक्स
108 नए गांव नगर निगम में जुड़े, सभा कक्ष के बाहर कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
सभापति द्वारा नेता प्रतिपक्ष को किया गया एक दिन के लिए निष्कासित
इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 8 हजार करोड़ रुपए का बजट नगर निगम द्वारा प्रस्तुत किया गया। बजट सत्र के दौरान विपक्षी नेताओं ने हंगामा किया, जिससे बजट पर चर्चा रुक गई। इस हंगामे के कारण नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को एक दिन के लिए सदन से निष्कासित कर दिया गया, जिससे नाराज कांग्रेस पार्षदों ने बजट का बहिष्कार किया। साथ ही वे सदन से बाहर चले गए। इसके बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बजट भाषण प्रस्तुत किया।
इंदौर निगम द्वारा 8 हजार करोड़ 80 लाख रुपए का बजट पेश किया गया। बजट में 15 साल के बाद महापौर द्वारा जलकर में ₹100 की बढ़ोतरी की गई। वहीं कचरा संग्रहित करने को लेकर किसी तरह का कोई टैक्स नहीं बढ़ाया गया। दूसरी और संपत्तिकर में तीन रुपए बढ़ाए गए है। जोरदार हंगामे के बाद महापौर द्वारा काफी हाईटेक तरीके से बजट पेश किया गया। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने पूरी तरह से काले वस्त्र पहनकर इस हजारों करोड़ों रुपए के बजट को भ्रष्टाचार की भेंट होना बताया है।
नगर निगम बजट के अंतर्गत महापौर केसरी स्पर्धा, गणेशोउत्सव के अनुदान को बढ़ाया गया है। यह अनुदान अब 30 की जगह पर 35 लाख रुपए का होगा। शहर में खेलों का बढ़ाने के लिए 2 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। वहीं, शहर में पानी की 6 टंकियों का भी निर्माण किया जाएगा। शहर की पुरानी बावड़ियों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। ऐसे कई बड़े विकास कार्यों की चर्चा बजट के दौरान की गई।