नई दिल्ली। दिल्ली में मध्य प्रदेश समेत कई प्रदेशों के जिला अध्यक्षों की बैठक आयोजित हुई। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कल यह बैठक ली। गुरुवार को मध्य प्रदेश के जिला अध्यक्षों को दिल्ली बुलाया गया था। पार्टी ने निर्देशित किया है कि साल 2025 को संगठन पर्व की तरह संगठन को मजबूत करने के लिए काम करना है। सेक्टर मंडलम और बूथ को मजबूत करने पर फोकस करना है। दिल्ली से मिले प्रोग्राम को प्रमुख रूप से करना है।
जानकारी के अनुसार जिला अध्यक्षों ने अपने जिलों के अंदर नियुक्तियों का पावर उन्हें देने की मांग की है। हालांकि इस पर पार्टी का कहना है कि पावर तो दिए जाएंगे लेकिन इस पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारियों की निगाहें रहेंगी। इस बैठक में हुए मंथन के बाद जल्द ही एक नई गाइडलाइन जारी होगी जिसमें जिला अध्यक्षों की भूमिका तय की जाएगी। इसके अलावा हर 3 महीने में वोटर लिस्ट की जांच करने के भी निर्देश दिए गए है। हर 3 महीने में वोटर लिस्ट में क्या बदलाव आया इसकी रिपोर्ट AICC को भेजने की बात कही गई है।
जिला अध्यक्षों को कामकाज की 2 महीने में रिपोर्ट आईसीसी को भेजनी होगी। हर महीने जिला अध्यक्ष को जिला संगठन की बैठक बुलानी होगी। सांसद, विधायक, पार्षद का टिकट तय करने वाली बैठक में जिला अध्यक्ष मौजूद रहेंगे। जिला अध्यक्षों की टिकट में राय ली जाएगी। बताया जा रहा है कि जिला अध्यक्षों को बड़े अधिकार मिल सकते हैं। इस बैठक में विधानसभा-लोकसभा की टिकट के अधिकार भी जिला अध्यक्षों को देने की बात हुई है।