नई दिल्ली। लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच ठिठोली हुई। दोनों ने मजाकिया अंदाज में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए। दरअसल, वक्फ बिल पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव में देरी को लेकर तंज कसा था। इस पर पलटवार करते हुए अमित शाह ने अखिलेश से कहा कि आप तो 25 साल तक अपनी पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे, हमें कार्यकर्ताओं में से चुनना है, इसलिए समय लग रहा है।
अमित शाह ने कहा कि अखिलेश जी ने हंसते हुए यह बात कही है, इसलिए मैं भी हंसते हुए ही जवाब देना चाहूंगा। उन्होंने कहा कि आपको तो परिवार के ही कुछ सदस्यों में से अध्यक्ष चुनना होता है, पर हमें अपने करोड़ों पंजीकृत सदस्यों में से लोकतांत्रिक तरीके से अध्यक्ष का चुनाव करना होता है। इसलिए हमें थोड़ा समय लगता है।
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि वक्फ बिल नाकामी पर पर्दा है। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर नाकाम है। रातोंरात नोटबंदी का फैसला लिया। नोटबंदी की नाकामी पर भी चर्चा जरूरी है। अखिलेश यादव ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और किसान की आय दोगुनी नहीं कर पाए, उस पर भी चर्चा होनी चाहिए। वक्फ बिल मुसलमानों के लिए है। मुसलमानों की बात ही नहीं सुन रहे। अखिलेश यादव ने कहा कि वक्फ बिल के पीछे ना नीति सही, ना नियत सही।