इंदौर में आयोजित हुई यूरेशियन ग्रुप की बैठक, शामिल हुए मप्र के राज्यपाल मंगू भाई पटेल और केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी

राज्यपाल बोले- आतंकवाद को वित्त पोषण की रोकथाम के लिए यूरेशियन देशों का ग्रुप महत्वपूर्ण है

केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री बोले- मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के लिए होने वाली फंडिंग में तकनीक का इस्तेमाल होने लगा है। इसके लिए विश्व के देशों के संगठित प्रयास जरूरी है

इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 25 से 29 नवंबर तक यूरेशियन ग्रुप की बैठक आयोजित की जा रही है। इस महत्वपूर्ण बैठक में गुरुवार को मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल शामिल हुए। उनके साथ ही केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने भी शिरकत की। बैठक में केंद्रीय वित्त विभाग के अतिरिक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में संभागायुक्त दीपक सिंह, कलेक्टर आशीष सिंह सहित तमाम जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।

अपने संबोधन में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग की जटिल समस्या को खत्म करने के लिए विश्व के देशों की अखंडता, एक समान नीतियां और समग्र प्रयास जरूरी है। भारत ने बीते कुछ वर्षों में आर्थिक बदलाव के साथ डिजिटल ट्रांजेक्शन को अपनाया है। इस सुविधा का गलत फायदा अपराधी भी उठाने लगे हैं। यूरेशियन समूह के सदस्य देशों ने एक साथ मिलकर इस पर मंथन किया है। इस मीटिंग के बेहतर निष्कर्ष निकलेंगे, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होंगे। भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। धन शोधन और आतंकवाद को वित्त पोषण की रोकथाम के लिए यूरेशियन देशों का ग्रुप महत्वपूर्ण है।

कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि आर्थिक बदलाव के इस दौर में मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के लिए होने वाली फंडिंग में तकनीक का इस्तेमाल होने लगा है। उन पर कोई एक देश रोक नहीं लगा सकता। इसके लिए विश्व के देशों के संगठित प्रयास जरूरी है। भारत लगातार इस दिशा में काम कर रहा है। डिजिटल ट्रांजेक्शन, यूपीआई का प्रचलन देश में तेजी से बढ़ा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *