प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने कहा- बीजेपी में दम है तो निर्मला सप्रे को इस्तीफा दिलवा कर चुनाव लड़वाए
नेता प्रतिपक्ष सिंघार बोले- विधायक सप्रे ने दल-बदल किया है, इसलिए उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द की जाए
बीना से विधायक निर्मला सप्रे के खिलाफ कांग्रेस ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष ने विधायक निर्मला सप्रे की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की है। विधायक निर्मला सप्रे लोकसभा
चुनाव प्रचार के दौरान 5 मई को राहतगढ़ में सीएम डॉ मोहन यादव के कार्यक्रम में मंच पर पहुंची थी। तब से वे कांग्रेस से दूरी बनाते हुए भाजपा के साथ हैं, लेकिन औपचारिक रूप से भाजपा की सदस्यता नहीं ली है। इसी वजह से आधिकारिक तौर पर अब भी वो कांग्रेस की विधायक हैं। अब कांग्रेस ने निर्मला की सदस्यता खत्म कराने को लेकर हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में याचिका लगाई है।
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि विधायक सप्रे ने दल-बदल किया है, इसलिए उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द की जाए। सप्रे 6 महीने से भाजपा के साथ हैं, लेकिन विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है। विधानसभा अध्यक्ष को जुलाई में हमने पत्र दिया था। विधानसभा ने कागज गुमा दिए। 90 दिन बाद भी अध्यक्ष ने कोई निर्णय नहीं लिया इसलिए हमें हाईकोर्ट जाना पड़ा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि बीजेपी में दम है तो निर्मला सप्रे को इस्तीफा दिलवा कर चुनाव लड़वाए। पटवारी ने कहा कि रामनिवास रावत के लूप- होल्स भी बीजेपी के हाथ लग गए थे, लिहाजा वो बीजेपी में चले गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में जब से संविधान आया 50-50 करोड़ में विधायक खरीदे गए। छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में भी फर्जीवाड़े से टेबल पर महज 3 हजार वोट से कांग्रेस को हराया गया। बीजेपी में दम है तो निर्मला सप्रे का इस्तीफा कराए और चुनाव में आए।
पटवारी ने कहा कि हम बीना विधानसभा उपचुनाव के लिए तैयार हैं। बीजेपी ने किसानों और बहनों को धोखा दिया है। झूठ बोलकर विधानसभा और लोकसभा में वोट लिया। श्योपुर जिले की विजयपुर क्षेत्र में डाकुओं ने आदिवासियों पर गोली चलाई। पुलिस बीजेपी का गमछा पहनकर काम कर रही थी। सीआरपीएफ की किराए की वर्दी पहनकर रामनिवास रावत ने चुनाव लूटने की कोशिश की।