युवा 15 हजार रुपए में ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग लेकर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे
अब 10वीं पास युवा भी ट्रेनिंग लेकर ड्रोन उड़ा सकेंगे
ड्रोन स्कूल का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देना
भोपाल। मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए सुखद खबर आई है। अब इंदौर में सिर्फ 15 हजार रुपए में ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग लेकर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। प्रदेश सरकार ने इंदौर में ड्रोन स्कूल खोलने के लिए चेन्नई के अन्ना विश्वविद्यालय से अनुबंध किया है। इंदौर में ड्रोन स्कूल का शुभारंभ सीएम डॉ मोहन यादव करेंगे।
जानकारी के अनुसार, कृषि अभियांत्रिकी विभाग अन्ना विश्वविद्यालय के सहयोग से ड्रोन स्कूल का संचालन किया जाएगा। ड्रोन स्कूल का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देना और युवाओं को ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बनाना है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के ड्रोन अभियान से प्रेरणा लेकर इंदौर में ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर खोलन का निर्णय लिया गया है। इससे प्रदेश के युवा आधुनिक तकनीक से जुड़कर खेती को लाभ का धंधा बनाएंगे। ड्रोन स्कूल के जरिए युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, जो कृषि में ड्रोन के उपयोग के लिए प्रशिक्षित होंगे।
ड्रोन स्कूल में युवाओं को 7 दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी। ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग शुल्क 15,000 रुपए निर्धारित की गई है। जबकि, अन्य संस्थाओं में यह 60,000 रुपए से अधिक होती है। एक बैच में 20 युवा ट्रेनिंग ले सकेंगे। इसके लिए 5 ड्रोन का इस्तेमाल RPTO में किया जाएगा।
सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए ड्रोन पायलट के लाइसेंस की अनिवार्यता समाप्त कर दी है। 10वीं पास युवा भी ट्रेनिंग लेकर ड्रोन उड़ा सकेंगे। केंद्र सरकार महिलाओं को प्रेरित कर रही है। बड़ी संख्या में ड्रोन दीदियां तैयार हो चुकी हैं।