इंदौर। शहर में अवैध कॉलोनी का निर्माण कर लोगों की मेहनत की कमाई को हड़पने वाले कॉलोनाइजर पर फिर एक बार प्रशासन सख्त नजर आ रहा है। पिछले दिनों कलेक्टर आशीष सिंह ने इंदौर में अवैध कॉलोनियां काटने वालों की जानकारी के संबंध में रजिस्ट्रार विभाग को निर्देशित किया था। इसमें अपर कलेक्टर गौरव बैनल ने पहले फेस में 100 से ज्यादा ऐसी कॉलोनियों के मामलों में केस रजिस्टर्ड किए हैं।
जानकारी के अनुसार, इंदौर में लम्बे समय से मिल रही शिकायतों और कच्ची चिट्ठियों पर प्लाटों की बिक्री को लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी सख्ती के मूड में आ गए हैं। अपर कलेक्टर कोर्ट से जारी हो रहे नोटिसों के बाद एसडीएम कार्यालयों में सुनवाई की जा रही है। तथ्य और सबूतों के आधार पर मिल रही शिकायतों पर सभी अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा सुनवाई की जा रही है, जिसके आधार पर चार कॉलोनाइजरों के खिलाफ एफआईआर के निर्देश जारी किए गए हैं।
खुड़ैल बुजुर्ग ग्राम सनावदिया के तीन कॉलोनाइजरों के खिलाफ एसडीएम कोर्ट में सुनवाई की गई, जहां पर तथ्य सही साबित हुए। इन कॉलोनाइजरों द्वारा कई हेक्टेयर जमीन पर अवैध कॉलोनियां काटी गई और प्लाट बेचे गए। 130 कॉलोनियों के प्लाटों की सूची में शामिल रजिस्ट्रार कार्यालय को कलेक्टर आशीष सिंह ने अवैध कॉलोनियों की सूची बनाने के निर्देश दिए थे। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि रजिस्ट्रार कार्यालय से मिली जानकारी के बाद 130 कॉलोनियों को अवैध कॉलोनी काटने के प्रकरणों में शामिल किया गया है, जिसमें से चार कॉलोनाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें एक महिला कॉलोनाइजर भी शामिल है।