नई दिल्ली। जानी-मानी लोक गायिका और बिहार की ‘स्वर कोकिला’ शारदा सिन्हा का मंगलवार को निधन हो गया। दिल्ली के एम्स में उन्होंने 72 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। शारदा सिन्हा की तबीयत सोमवार को अचानक बिगड़ी थी, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ही शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान सिन्हा से फोन पर बात करके उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली थी।
उल्लेखनीय है कि शारदा सिन्हा ने प्रसिद्ध छठ गीतों को अपनी आवाज दी थी। शारदा सिन्हा का आज पटना में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान सिन्हा ने सोमवार शाम यूट्यूब पर लाइव आकर अपनी मां की तबीयत के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने लोगों से अपनी मां के लिए दुआ करने को कहा था। अंशुमान ने कहा था, “मेरी मां वेंटिलेटर पर हैं। उन्हें प्रार्थना और दुआ की बहुत जरूरत है। अब आप सभी लोग प्रार्थना जारी रखिए। एक बड़ी लड़ाई में मेरी मां जा चुकी है। इस लड़ाई से जीतना काफी मुश्किल है। यही प्रार्थना कीजिए कि वह लड़कर बाहर आ सके।”
शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 में बिहार के सुपौल जिले के हुलास में हुआ था। उन्होंने बैचलर ऑफ एजुकेशन और म्यूजिक से मास्टर्स किया है। उनके पिता सुखदेव ठाकुर शिक्षा विभाग में सीनियर अधिकारी हुआ करते थे। शारदा सिन्हा के पति का नाम ब्रजकिशोर सिन्हा था। हाल ही में ब्रेन हैमरेज से उनकी मौत हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। बेटे का नाम अंशुमान सिन्हा और बेटी का नाम वंदना है।