जांच में पता चला मंदिर के दो कर्मचारी श्रद्धालुओं से अवैध रूप से पैसा वसूल रहे थे
कर्मचारियों के बैंक खातों में लाखों रुपए का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन मिला है
उज्जैन। महाकाल के दरबार में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। इस दौरान, शीघ्र दर्शन, नंदी हॉल और गर्भगृह की चौखट के नाम पर मंदिर समिति के कुछ कर्मचारियों द्वारा श्रद्धालुओं से भारी रकम वसूली जा रही थी। इस मामले की जानकारी मिलने पर उज्जैन कलेक्टर ने दो कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। बताया गया है कि कुछ ट्रांजैक्शन उनके परिवार के सदस्यों के खातों में भी किए गए हैं, जिसकी जांच चल रही है। यदि आरोप सही पाए गए, तो दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, महाकाल में शुक्रवार को श्रद्धालुओं के साथ तीन पुजारियों ने दर्शन के नाम पर ठगी की थी। इसके बाद उज्जैन कलेक्टर ने मंदिर समिति के कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए दो कर्मचारियों के पास से अधिक संपत्ति का पता लगाया है। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जबकि अन्य कर्मचारियों से भी इस मामले में जानकारी जुटाई जा रही है।
मंदिर समिति के कर्मचारी बिना रसीद के श्रद्धालुओं से अधिक राशि वसूल रहे थे और मंदिर की राशि अपने खातों में जमा कर रहे थे। पुलिस और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से सबूत जुटाए जा रहे हैं। वर्तमान में दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है और अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। यह सब प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम प्रतीत होता है। उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि जो लोग इस कार्य में शामिल हैं, उनके खिलाफ जल्द ही एफआईआर दर्ज की जाएगी।