इंदौर की कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा में कमी निकली तो होगी कार्यवाही
कलेक्टर द्वारा बनाए गए दल में एसडीएम, एसीपी सहित अन्य अधिकारी मुख्य रूप से होंगे
इंदौर। दिल्ली की एक निजी कोचिंग में बारिश का पानी भरने से तीन युवाओं की जान चली गई। इस घटना ने देशभर के पैरेंट्स की चिंता बड़ा दी है। वे स्टूडेंट्स जो प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिए दिल्ली गए थे उन्हें किसी और कि गलती के कारण अपनी जान गवानी पड़ी। हालांकि ग़लती किसी की भी हो लेकिन उन बच्चों के पैरेंट्स के लिए यह जीवन भर का दुख हो गया है। दिल्ली की कोचिंग की घटना के बाद इंदौर में प्रशासन ने सभी कोचिंग संस्थानों की जांच करने के लिए दल बनाए हैं।
इंदौर में बेसमेंट और बड़ी बिल्डिंग्स में चल रही कोचिंग क्लासेस, लाइब्रेरी और अन्य संस्थाओं में जीवन सुरक्षा के मद्देनजर आवश्यक सुरक्षा प्रबंध और मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। इसके लिए संयुक्त दल बनाए जाएंगे। इन दलों में जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित पुलिस, नगर निगम, अग्नि सुरक्षा, विद्युत सुरक्षा सहित अन्य संबंधित विभागों के दल रहेंगे। यह दल निरीक्षण कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायेंगे। दिए गए समय में व्यवस्थाएं नहीं करने वाली संस्थाओं के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
यह जानकारी इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई समय-सीमा के पत्रों के निराकरण (टीएल) की बैठक में दी गई। बैठक में नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर गौरव बेनल, स्मार्ट सिटी के सीईओ दिव्यांक सिंह, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.पी. अहिरवार, अपर कलेक्टर सपना लोवंशी, रोशन राय, राजेन्द्र रघुवंशी तथा निशा डामोर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने यह दल शीघ्र गठित कर जल्द ही कार्यवाही प्रारंभ करने के निर्देश दिए। बताया गया कि इसके लिए अपर कलेक्टर रोशन राय नोडल अधिकारी रहेंगे। दल में एसडीएम, एसीपी सहित अन्य अधिकारी मुख्य रूप से होंगे।