अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज बोले- खुद को भगवान बताने वाले संतों पर कार्रवाई होगी

उज्जैन में 3 अखाड़ों ने 112 साधु-संतों को नोटिस थमाया

अध्यक्ष ने यह भी कहा- हमारी सनातन संस्कृति के विरोध में जो जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी

उज्जैन। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी के रूप में उज्जैन हमेशा से चर्चित रहा है। समय के साथ ही यह शहर अब विश्व में और भी प्रसिद्ध हुआ है। उज्जैन में सिंहस्थ के पूर्व संतों का जमावड़ा भी लगा। इस दौरान अखाड़ा परिषद सहित 13 अखाड़े के महामंडलेश्वर सहित सैकड़ों की संख्या में संत समाज से जुड़े लोग इसमें शामिल हुए। इस दौरान अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने 112 साधु संतों को नोटिस जारी किया। खुद को भगवान बताने वाले साधु-संतों के खिलाफ अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने नाराजगी जाहिर की है।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने उज्जैन में कहा कि “आजकल ऐसा ट्रेंड चला है कि हर कोई अपने आप को उपासक-पुजारी नहीं, भगवान कह रहा है। खुद को ब्रह्मा, विष्णु, महेश और राम कह रहे हैं, ऐसे संतों पर कार्रवाई होना अति आवश्यक है। प्रयागराज के कुंभ में ऐसे व्यक्तियों को भूमि नहीं दी जाएगी। हमारी सनातन संस्कृति के विरोध में जो जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी। मंच से अल्लाह हू अकबर कहना, नमाज पढ़ना उचित नहीं है। मंच पर पति-पत्नी बैठकर शादी करें, ये चीजें अच्छी नहीं हैं। ऐसे संतों को चिह्नित किया जाएगा, जो सनातन के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं।”

गौरतलब है कि प्रयागराज में महाकुंभ 2025 में होगा। उज्जैन में 4 साल बाद कुंभ होना है। ऐसे में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष उज्जैन में व्यवस्थाएं देखने आए।
रविंद्र पुरी महाराज ने 112 संतों को नोटिस देने के संबंध में कहा कि “सभी अखाड़ों की अपनी व्यवस्था है। अखाड़े से संबंधित किसी संत को गलती करने पर उनके अखाड़े ने नोटिस जारी किया होगा और वही कार्रवाई भी करेंगे।”

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