जनरल मनोज पांडे आज ही हुए हैं सेवानिवृत्त
कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं जनरल उपेंद्र द्विवेदी
मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं जनरल उपेंद्र द्विवेदी
नई दिल्ली। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 30 जून को 30वें सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाल लिया। वर्तमान सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे आज ही सेवानिवृत्त हुए हैं। जनरल द्विवेदी इससे पहले सेना के उप प्रमुख के रूप में कार्यरत थे। अपनी लंबी और विशिष्ट सेवा के दौरान उन्होंने कर्ड कमांड, स्टाफ और इंस्ट्रक्शनल में काम किया है। अभी तक उन्हें कई बड़े सम्मान हासिल हुए हैं। वे मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और उन्होंने सैनिक स्कूल रीवा से पढ़ाई की है। वे जनवरी 1981 में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में शामिल हुए और 15 दिसंबर 1984 को उन्हें जम्मू और कश्मीर राइफल्स की 18वीं बटालियन में कमीशन मिला, जिसकी कमान उन्होंने बाद में कश्मीर घाटी और राजस्थान के रेगिस्तान में संभाली।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सेना के प्रमुख के रूप में नियुक्त होने से पहले 2022-2024 तक महानिदेशक इन्फैंट्री और जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (मुख्यालय उत्तरी कमान) सहित कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं। जनरल द्विवेदी ने 13 लाख कर्मियों वाली सेना का प्रभार ऐसे समय संभाला है, जब भारत चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) सहित विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है। सेना प्रमुख के रूप में उन्हें थिएटर कमांड शुरू करने की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर नौसेना और भारतीय वायु सेना के साथ समन्वय करना होगा।
करीब 40 साल का अनुभव रखते हैं लेफ्टिनेंट उपेंद्र द्विवेदी
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी का जन्म 1 जुलाई 1964 को हुआ था। उन्हें 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सेना की इन्फैंट्री जम्मू और कश्मीर राइफल्स में कमीशन मिला था। उन्हें करीब 40 साल का अनुभव है। लेफ्टिनेंट उपेंद्र द्विवेदी की कमांड नियुक्तियों में रेजिमेंट 18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स, ब्रिगेड 26 सेक्टर असम राइफल्स, आईजी, असम राइफल्स (पूर्व) और 9 कोर की कमान शामिल हैं।
लेफ्टिनेंट द्विवेदी की पढ़ाई सैनिक स्कूल रीवा, नेशनल डिफेंस कॉलेज और यूएस आर्मी वॉर कॉलेज से हुई है। उन्होंने डीएसएससी वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज (महू) से भी कोर्स किया है। इसके अलावा उन्हें यूएसएडब्ल्यूसी, कार्लिस्ले, अमेरिका में प्रतिष्ठित एनडीसी समकक्ष पाठ्यक्रम में ‘विशिष्ट फेलो’ से सम्मानित किया गया। उनके पास रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में एम फिल और सामरिक अध्ययन और सैन्य विज्ञान में दो मास्टर डिग्री हैं।