अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा-कांग्रेस ने उतारे अपने-अपने उम्मीदवार

अमरवाड़ा में 10 जुलाई को चुनाव होना है, 13 जुलाई को आएंगे परिणाम

कमलनाथ के करीबी रहे कमलेश शाह है इस बार बीजेपी के उम्मीदवार

कांग्रेस ने 35 वर्ष के धीरन शाह इनवाती को बनाया अपना उम्मीदवार

लोकसभा चुनाव की हलचल हाल ही में खत्म हुई है। अब मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। यह सीट कांग्रेस विधायक कमलेश शाह के बीजेपी में आने के बाद रिक्त हुई है। इस उपचुनाव में बीजेपी ने कमलेश शाह को अपना उम्मीदवार बनाया है और उन्होंने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। ये मुकाबला इसलिए रोचक है क्योंकि कभी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी रहे कमलेश इस बार बीजेपी से चुनावी मैदान में हैं। लोकसभा में बीजेपी पहली बार छिंदवाड़ा की सीट जीती है, ऐसे में भाजपा इस सीट पर जीतने के लिए पूरा जोर लगा देगी।

अमरवाड़ा में अब 10 जुलाई को चुनाव होना है। कांग्रेस ने भी आज अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। धीरन शाह इनवाती कांग्रेस के उम्मीदवार है। ये आंचलकुंड दरबार के सेवक सुखराम दादा के बेटे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी 20 जून गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इस नामांकन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार शामिल रहेंगे। वहीं, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने देवरावेन भलावी को प्रत्याशी बनाया है। देवरावेन ने इस साल लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। उन्हें इस चुनाव में करीब 50 हजार वोट मिले थे।

कमलेश शाह एक आदिवासी नेता है। वो लगातार 3 बार कांग्रेस से विधायक रहे हैं। 2023 का ही विधानसभा चुनाव उन्होंने 25 हजार वोट से जीता था। कमलनाथ के बाद छिंदवाड़ा ज़िले से सबसे बड़ी जीत उन्हीं की थी। छिंदवाड़ा के राजनीतिक जानकारों के अनुसार कमलेश शाह की जीत में कमलनाथ का बहुत बड़ा रोल नहीं रहा। कमलेश शाह खुद अपने दम पर चुनाव जीतते आए हैं। सूत्रों ने बताया कि कमलनाथ ने 43 साल पहले आंचल कुंडधाम, बटकाखापा से पदयात्रा निकालकर अपनी सियासी पारी की शुरुआत की थी। कमलनाथ ने जब छिंदवाड़ा से 1980 में पहला चुनाव लड़ा था, उस समय आंचल कुंड के सेवादार रतनदास जी दादा थे। कमलनाथ उस समय दरबार में आए थे।

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