दार्जिलिंग में मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस में भीषण टक्कर, 15 लोगों की मौत और 60 से अधिक लोग हुए घायल

हादसा सिग्नल की अनदेखी की वजह से हुआ, मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है

विभिन्न एजेंसियां स्थानीय लोगों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में लगी हैं

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सोमवार सुबह 8:55 बजे एक मालगाड़ी ट्रेन ने कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से टक्कर मार दी। अभी तक आई जानकारी हादसे में 15 लोगों की मौत और 60 के घायल होने की जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, कई लोग अभी भी डिब्बों में अंदर फंसे हुए हैं। राज्य और केंद्र की विभिन्न एजेंसियां स्थानीय लोगों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में लगी हैं।

पश्चिम बंगाल में हुए दर्दनाक हादसे पर भारतीय रेलवे ने जानकारी दी है कि प्रारंभिक आधार पर हादसा सिग्नल की अनदेखी की वजह से हुआ है। बता दें कि अगरतला से सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन को एक मालगाड़ी ने न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के नजदीक टक्कर मार दी। हादसे में ट्रेन के दो चालक और एक गार्ड की भी जान गई है।

नहीं लगा था कवच सिस्टम

रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष एवं सीईओ जया वर्मा सिन्हा ने जानकारी दी है कि दिल्ली-और गुवाहटी रेल लाइन और पश्चिम बंगाल में कवच (ट्रैफिक कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम) अभी रेल ट्रैक पर नहीं लगा है। यह रूट अगले साल के प्लान में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक पूरे देश में 1500 किमी ट्रैक पर कवच काम कर रहा है। इस साल करीब तीन हजार किमी ट्रैक पर और लग जाएगा। 2025 में भी तीन हजार किमी ट्रैक पर कवच को लगाने का प्लान है। उन्होंने कवच बनाने वालों से उत्पादन में तेजी लाने का आग्रह करेंगे।

भारी पड़ी सिग्नल की अनदेखी

जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि प्रथम दृष्टया हादसे की वजह मानवीय भूल प्रतीत होती है। उन्होंने कहा कि मालगाड़ी के चालक ने सिग्नल की अनदेखी की। उनको रुकने का सिग्नल दिया गया था लेकिन उन्होंने गाड़ी को आगे बढ़ा दिया। प्रारंभिक आधार पर यही वजह लग रही है। उन्होंने कहा कि
दुर्भाग्यवश मालगाड़ी के चालक की जान भी चली गई है। इस वजह से हमारे पास अभी कोई दूसरा प्रामाणिक तरीका नहीं है। अधिक जानकारी जांच के बाद ही सामने आएगी।

कंचनजंगा एक्सप्रेस डेली ट्रेन है। यह बंगाल को पूर्वोत्तर के शहरों सिलचर और अगरतला से जोड़ती है। यह मार्ग चिकन नेक कॉरिडोर में है, जो पूर्वोत्तर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। एक्सीडेंट की वजह से कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। कंचनजंगा एक्सप्रेस का इस्तेमाल अक्सर पर्यटक दार्जिलिंग की यात्रा के लिए करते हैं।

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