एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक भारत में अपनी सेवाएं शुरू करने को तैयार

एलन मस्क ने बढ़ाई जियो और एयरटेल की टेंशन

स्टारलिंक को दूरसंचार विभाग और ट्राई की तरफ से हरी झंडी मिलने का है इंतजार

एलन मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स जियो, एयरटेल और Vi (वोडाफोन आइडिया) की टेंशन बढ़ा दी है। एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक भारत में अपनी सेवाएं शुरू करने की तैयारी में है। स्टारलिंक को दूरसंचार विभाग (DoT) और नियामक (TRAI) की तरफ से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। सरकार ने भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए एडवाइजरी कमिटी गठित कर दी है। आवंटन प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही सभी सर्विस प्रोवाइडर भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू कर देंगे। बता दें कि न्यूज़ीलैंड में स्टारलिंक सैटेलाइट का इस्तेमाल कर सैटेलाइट-टू- मोबाइल सर्विस का सफल फील्ड टेस्ट हुआ। क्राइस्टचर्च में SMS भेजा और रिसीव किया गया।

हाल ही में जियो ने दूरसंचार नियामक TRAI को सैटेलाइट कम्युनिकेशन के पेपर्स को रिवाइज करने की अपील की है। देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी ने नियामक को लिखे अपने पत्र में सैटेलाइट और टेरेस्टियल सर्विसेस को लेकर फेयर कम्पीटिशन रखने पर जोर दिया है। पिछले महीने 27 सितंबर को सैटेलाइट स्पेक्ट्रम अलोकेशन को लेकर स्टेकहोल्डर्स की बैठक हुई थी, जिसमें TRAI ने साफ किया था कि सैटेलाइट स्पेक्ट्रम का आवंटन बिना किसी नीलामी के किया जाएगा, जिसका टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने विरोध किया था।

एलन मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस पूरी दुनिया में काफी लोकप्रिय है। स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस एलन मस्क के SpaceX कंपनी का हिस्सा है। स्टारलिंक ब्रॉडबैंड नेटवर्क धरती के लोअर ऑर्बिट में घूम रहे सैटेलाइट सिस्टम पर काम करता है। स्टारलिंक के जरिए यूजर्स को हाई स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा मुहैया कराई जाती है। सैटेलाइट ब्रॉडबैंड के जरिए बिना किसी मोबाइल टावर या तार के हाई स्पीड इंटरनेट पहुंचाई जाती है।

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