पूरी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ने चुनाव लड़ने से किया इनकार, यहां भाजपा के प्रत्याशी है संबित पात्रा

पूरी लोकसभा से भाजपा ने अपने प्रवक्ता संबित पात्रा को उम्मीदवार बनाया है

कांग्रेस प्रत्याशी सुचारिता मोहंती ने फंड की कमी का हवाला देकर चुनाव लड़ने से इनकार किया

पूरी लोकसभा से मोहंती के बाद अब जय नारायण पटनायक को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है

गुजरात की सूरत और मध्य प्रदेश की इंदौर सीट के बाद कांग्रेस को एक और करारा झटका लगा है। पूरी सीट से कांग्रेस की प्रत्याशी सुचारिता मोहंती ने फंड की कमी का हवाला देकर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। बता दें कि उड़ीसा की पूरी सीट हॉट सीट में से एक है यहां से भाजपा के दिग्गज नेता संबित पात्रा मैदान में हैं। बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापस लेने के बाद संबित पात्रा के लिए रास्ता आसान हो गया है। हालांकि अब कांग्रेस ने पूरी से नया उम्मीदवार उतारा है। इस सीट से अब जय नारायण पटनायक को उम्मीदवार बनाया गया है। पुरी लोकसभा एवं इसके अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीट पर 25 नई को छठे चरण में चुनाव होगा। इस चरण के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 6 मई है।

सूरत और इंदौर के बाद पूरी में भी कांग्रेस को नुकसान

कुछ दिन पहले सूरत सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रहे निलेश कुंभरनी का नामांकन ही रद्द हो गया था इसके अलावा अन्य प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया था इस तरह भाजपा के मुकेश कुमार चुनाव होने से पहले ही निर्विरोध जीत गए वहीं इंदौर लोकसभा सीट का मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है। यहां से कांग्रेस ने अक्षय बंम को उम्मीदवार बनाया था। बाद में उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया अब इंदौर सीट पर भी कांग्रेस का कोई उम्मीदवार नहीं है। सूरत और इंदौर के बाद अब पूरी का भी समीकरण बदल गया है।

पूरी सीट से कांग्रेस का टिकट लौटाने वाली मोहंती ने बताया कि उनको पार्टी की तरफ से फंड नहीं मिल रहा है। ऐसे में पैसे की कमी के चलते वह चुनाव लड़ने में सक्षम नहीं है। सुचारिता ने कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल को पत्र लिखा था उन्होंने पत्र में कहा कि पार्टी की तरफ से राशि न मिलने की वजह से वह चुनाव प्रचार भी नहीं कर पा रही है। बता दें 25 मई को छठवें चरण में पूरी सीट पर मतदान होना है। उन्होंने कहा विधानसभा में भी 7 सीटों पर जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया गया है। कमजोर प्रत्याशियों को मैदान में उतारा गया है। उन्होंने कहा टिकट लौटाने के बाद भी कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। पार्टी की तरफ से कहा गया कि प्रचार के लिए खुद ही व्यवस्था करनी होगी। पार्टी इसमें कोई मदद नहीं कर सकती। मोहंती ने कहा मैं चाहती थी कि विधानसभा सीटों पर मजबूत प्रत्याशी हो, तो लोकसभा के लिए भी प्रचार में आसानी हो।

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