ताई ने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार को एन चुनाव से पहले ऐसा नहीं करना चाहिए था
‘संविधान बचाओ, भाजपा हटाओ’ के नारे के साथ इंदौर में कांग्रेस ने किया नोटा का समर्थन
इन दिनों इंदौर की राजनीति में काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय कांति बंम द्वारा अंतिम मौके पर नामांकन वापस लेकर भाजपा में शामिल होने का मामला इन दिनों गरमाता जा रहा है। जहां अब इंदौर लोकसभा चुनाव की दौड़ से बाहर हुई कांग्रेस अक्षय कांति बंम पर लगातार जुबानी हमला बोल रही है। वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी इंदौर में नोटा बटन दबाने के लिए मतदाताओं से अपील कर रहे हैं। इसी को लेकर शनिवार को शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा के नेतृत्व में नोटा को प्रमोट करने के उद्देश्य से गीता भवन चौराहा स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष ‘संविधान बचाओ, भाजपा हटाओ’ का नारा दिया गया। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, शोभा ओझा सहित कांग्रेस के पार्षद व कार्यकर्ता मौजूद रहे। वहीं, पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने भी कांग्रेस के प्रत्याशी के एन वक्त पर भाजपा जॉइन करने के घटनाक्रम पर हैरानी जताई है।
सज्जन सिंह वर्मा बोले- भाजपा लगातार लोकतंत्र की हत्या कर रही है
इंदौर में हुए राजनीतिक उठापटक के बाद चुनावी दौर से बाहर हुई कांग्रेस इंदौर की जनता से नोटा बटन दबाने की अपील कर रही है। जिसको लेकर संविधान बचाओ समिति, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन द्वारा शनिवार को गीता भवन चौराहे पर नोटा को लेकर रैली निकाली गई। रैली में शामिल मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बंम को नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया गया है। आज प्रदेश ही नहीं पूरे देश में भाजपा तानाशाह बनी हुई है, जिसका एक छोटा सा उदाहरण इंदौर में देखने को मिला। जहां भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बंम पर दबाव बनाकर नामांकन लेने पर मजबूर कर दिया। ऐसे में अब इंदौर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी के न होने के चलते हम जनता से नोटा बटन दबाने की अपील कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी लगातार लोकतंत्र की हत्या कर रही है और हमें उम्मीद है कि इस बार इंदौर में नोटा बटन दबाकर इंदौर के मतदाता एक नया रिकॉर्ड बनाएंगे।
ताई भी हैरान है कांग्रेस प्रत्याशी के एन वक्त पर भाजपा में आने पर
कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बंम ने नामांकन वापसी के अंतिम दिन नामांकन वापस ले लिया था। फिर उसी दिन उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। उनके भाजपा में आने का विवाद थम नहीं रहा है। पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने भी इस घटनाक्रम पर हैरानी जताई है। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि यह घटना आश्चर्यचकित करने वाली है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा मुझे बहुत से भाजपाइयों के फोन आ रहे हैं कि वे नोटा को वोट करेंगे।
कांग्रेस पार्टी ने ताई के इस वीडियो को भी ट्वीट किया है। वीडियो में ताई कह रही है कि इस घटनाक्रम की कोई आवश्यकता नहीं थी। क्योंकि दीवार पर लिखा हुआ है कि इंदौर में भाजपा को कोई भी नहीं हरा सकता। ताई ने आगे कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार को एन चुनाव से पहले ऐसा नहीं करना चाहिए था। उसने एक तरह से अपनी पार्टी से भी धोखा किया, लेकिन मैं ऐसे शब्दों का इस्तेमाल क्यों करूं।
ताई ने कहा कि इंदौर लोकसभा सीट के इतिहास में पहली बार हुआ है। इस तरह से चुनाव के पहले पाला बदलने पर शहर के कुछ पढ़े-लिखे लोगों ने मुझे फोन करके नाराजगी जताई। फोन करने वालों ने मुझसे कहा कि अब ईवीएम पर नोटा का विकल्प चुनेंगे। क्योंकि भाजपा ने जो किया वह उन्हें अच्छा नहीं लगा। ताई ने आगे कहा कि मैंने उन लोगों को समझाया कि इस प्रकरण में भाजपा की कोई भूमिका नहीं है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी अपनी मूल विचारधारा पर अडिग होकर काम कर रही है और हमारे उम्मीदवार (शंकर लालवानी) मैदान में हैं। इसलिए उन्हें नोटा के बजाय भाजपा को वोट देना चाहिए। वहीं, ताई ने यह भी दावा किया कि बंम के कांग्रेस को झटका देकर भाजपा में आने की घटनाक्रम के पीछे की कहानी के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि 29 अप्रैल को अक्षय कांति बंम ने कांग्रेस से लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन वापस लिया था और भाजपा से जुड़ गए थे। अब कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बंम को लेकर इंदौर में कांग्रेस ने नोटा का बटन दबाने की मुहिम छेड़ दी है।