बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई की सुबह 7 बजे खोल दिए जाएंगे। महाशिवरात्रि के अवसर पर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में विधिवत पूजा-अर्चना के बाद यह घोषणा की गई। शुभ मुहुर्त में केदारनाथ धाम का कपाट खोला जाएगा। इसके साथ ही विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा भी शुरू हो जाएगी।
केदारनाथ धाम में स्थापित ज्योतिर्लिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और पंच केदार में प्रमुख स्थान रखते हैं। हर साल शीतकाल में भारी बर्फबारी के कारण छह महीने के लिए बंद कर दिया जाता है। इस दौरान पूजा-अर्चना ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में संपन्न होती है। इस समय केदारनाथ क्षेत्र का पूरा इलाका बर्फ की सफेद चादर से ढका हुआ है और धाम में सन्नाटा पसरा हुआ है। कपाट खुलते ही यह क्षेत्र श्रद्धालुओं से सराबोर हो जाएगा।
महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर बाबा केदार के कपाट खुलने का दिन तय किया गया। पंडितों और विद्वानों की मौजूदगी में पूरा कार्यक्रम तय किया गया। निर्धारित तिथि के अनुसार, 27 अप्रैल को ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ में भैरव पूजा का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद बाबा केदार की डोली धाम के लिए प्रस्थान करेगी। बाबा केदार की डोली 28 अप्रैल को गुप्तकाशी, 29 अप्रैल को फाटा, 30 अप्रैल को गौरीकुंड पहुंचेगी। 1 मई को बाबा की डोली केदारनाथ पहुंचेगी। 2 मई को सुबह 7 बजे केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे।