इंदौर से बीआरटीएस की होगी विदाई, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की घोषणा

सीएम बोले- जनता को बीआरटीएस से परेशानी हो रही, जनप्रतिनिधियों की मांग पर लिया जा रहा निर्णय

इंदौर में बीआरटीएस को लेकर एमपी हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में जनहित याचिकाएं लगी हैं

इंदौर। इंदौर में एबी रोड पर बने बीआरटीएस को हटाया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 21 नवंबर को यह बड़ी घोषणा की है। मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जनता को बीआरटीएस से परेशानी हो रही है और जनप्रतिनिधियों की मांग पर यह निर्णय लिया जा रहा है। अदालत में भी सरकार की ओर से हम इस संबंध में अपना पक्ष रखेंगे। इंदौर में जहां ट्रैफिक समस्या आ रही है वहां फ्लाई ओवर और ब्रिज बनाकर समस्या को खत्म किया जाएगा।

गौरतलब है कि इंदौर में बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) को लेकर एमपी हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में जनहित याचिकाएं लगी हैं। इंदौर में 300 करोड़ रुपये की लागत से 11 किलोमीटर लंबा बीआरटीएस दस साल पहले शुरू हुआ था।

इंदौर में बीआरटीएस पर हर दिन यात्री बसों का संचालन किया जाता है। लेकिन बीआरटीएस की वजह से अन्य वाहनों को जगह कम मिलती है और इस पूरे रुट पर कई जगह जाम की स्थिति बन जाती है।
इंदौर में राजीव गांधी प्रतिमा से लेकर निंरजनपुर तक करीब 11.5 किमी लंबा बीआरटीएस बना हुआ है। जिसमें केवल बसों का संचालन किया जाता है। इसके साथ ही यहां एंबुलेंस को निकलने की अनुमति है।

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