पार्षद जीतू यादव ने पार्टी की कार्रवाई से पहले ही दे दिया था अपने पद से इस्तीफा
अभी तक गिरफ्तार सभी 6 आरोपियों को कोर्ट ने 24 जनवरी तक भेजा जेल
इंदौर। दो भाजपा पार्षदों के विवाद का मामला सीएम के साथ ही पीएम तक पहुंच गया। हर ओर इसी विवाद की चर्चा है। अब इस मामले में आरोपी पार्षद जीतू यादव पर भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनात्मक करवाई की है। जीतू यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पूरे विवाद को अशोभनीय बताते हुए एक्शन लिया है। हालांकि, पार्षद ने पार्टी की कार्रवाई से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, कोर्ट ने मामले को गंभीर माना और गिरफ्तार सभी 6 आरोपियों को 24 जनवरी तक जेल भेज दिया है।
बता दें कि 3 जनवरी को 40-50 लोगों ने भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर हमला किया था। कालरा के नाबालिग बेटे ने शुक्रवार को कोर्ट में दिए बयान में बताया कि गुंडों ने उसके प्राइवेट पार्ट को भी चोट पहुंचाई। उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य करने की बात कही। नाबालिग ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि आरोपियों ने गालियां देकर उसके साथ मारपीट की। उसका टॉवेल खींचा, अंडरवियर खींचकर निर्वस्त्र कर वीडियो बनाया।
इंदौर नगर निगम के वार्ड 24 के पार्षद जितेन्द्र कुमार (जीतू यादव) द्वारा पार्टी के ही पार्षद से विवाद के बाद अपमानजनक वारदात को अंजाम देने से पार्टी की छवि धूमिल हुई थी। इस बात को गंभीरता से लेते हुए पार्टी ने जीतू यादव के इस रुख को अनुशासनहीनता माना। इस मामले में प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने भी इंदौर की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को निर्देश दिए हैं कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।