भगवान विष्णु की प्रतिमा 11 फीट लंबी है और इसका वजन 21 टन है
यह प्रतिमा 24 करोड़ की है। इसे तैयार होने में साढ़े चार साल का समय लगा
इंदौर। राजवाड़ा में भगवान विष्णुजी की प्रतिमा भक्तों के दर्शन के लिए रखी गई है।हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। प्रतिमा यहां से महाराष्ट्र के शहादा रवाना होगी। वहां पर भगवान का मंदिर बनाया जा रहा है, जहां ये प्रतिमा विराजित होगी। पंच धातु की यह प्रतिमा 24 करोड़ की है। इसे तैयार होने में साढ़े चार साल का समय लगा। भगवान विष्णु की ये प्रतिमा मध्य प्रदेश में तैयार की गई हैं। शहादा में तैयार हो रहे दुनिया के सबसे बड़े मंदिर में इसे स्थापित किया जाएगा। यात्रा से पहले प्रतिमा को राजवाड़ा में दर्शन के लिए रखा गया। इस दौरान महापौर पुष्यमित्र भार्गव और कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी विष्णु भगवान के दर्शन करते नजर आए।
राजवाड़ा में दर्शन के लिए रखी गई भगवान विष्णु की प्रतिमा के दर्शन करने महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि ये इंदौर के लिए गौरव की बात है कि ये प्रतिमा इंदौर में बनी और अब महाराष्ट्र के शहादा जाएगी। वहीं उसकी प्राण प्रतिष्ठा भी की जाएगी। यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर होगा और पूरा इंदौर इस यात्रा के लिए खुश है।
भगवान विष्णु की प्रतिमा के दर्शन करने मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी राजवाड़ा पहुंचे। दर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि शास्त्रों में मान्यता है कि कलयुग के बाद कलकी भगवान का अवतार होगा और वे भगवान विष्णु के दर्शन करेंगे।
श्री नारायण भक्ति पंथ के प्रमुख लोकेशानंद महाराज का कहना है कि इस प्रतिमा को बनाने के लिए सबसे पहले मिट्टी का एक मॉडल बनाया गया था। यहां पुरुषोत्तम नारायण के स्वरूप में है। एक साल तक मिट्टी में रहकर ही इसे तैयार किया। इसके बाद फायबर का मॉडल बनाया। जयपुर में इसकी कास्टिंग करवाई गई है। कास्टिंग के बाद प्रतिमा यहां आई है। यहां ढाई साल तक प्रतिमा की फीनिशिंग की गई। तब जाकर साढ़े चार साल में यह प्रतिमा तैयार हुई है। 24 करोड़ रुपए की लागत से तैयार ये प्रतिमा जन सहयोग से तैयार की गई है।