कमलनाथ के बयान के बाद पीसीसी चीफ पटवारी ने भी कहा था कि सभी फैसले पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श करके लिए जा रहे हैं
पटवारी के बयान के बाद अब पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि- पार्टी की मजबूती के लिए हम सब एक हैं। विवाद का कोई प्रश्न ही नहीं हैं
भोपाल। एक तरफ इंदौर की राजनीति में पार्षदों की लड़ाई चर्चा में बनी हुई है, तो वहीं दूसरी और कांग्रेस में पूर्व सीएम कमलनाथ की अपनों से ही नाराजगी चर्चा में बनी हुई है। अब खबर आई है कि कमलनाथ ने पार्टी नेताओं से नाराजगी की बात को निराधार बताया है। उन्होंने कहा है कि पार्टी की मजबूती के लिए हम सब एक हैं। विवाद का कोई प्रश्न ही नहीं हैं। दरअसल, यह नाराजगी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू में आयोजित होने वाले कांग्रेस के एक बड़े कार्यक्रम की तैयारी को लेकर हुई वर्चुअल मीटिंग के दौरान सामने आई थी। इस कार्यक्रम में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के शामिल होने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक, कमलनाथ ने कहा था कि पार्टी में तवज्जो नहीं मिलती है। इस पर पूर्व सीएम दिग्विज सिंह ने भी सहमती जताई थी। मामला मीडिया में आने के बाद बुधवार को कमलनाथ ने सफाई दी है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस की मजबूती के लिए और प्रदेश की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हम सब कांग्रेसजन एक हैं। विवाद का कोई प्रश्न नहीं है। पिछले दिनों हुई प्रदेश की राजनैतिक मामलों की समिति की बैठक को लेकर मीडिया में नाराज़गी के जो कयास लगाए जा रहे हैं, वे निराधार हैं।
बता दें कि सूत्रों के अनुसार, कमलनाथ ने कहा था कि आजकल ऐसा चल रहा है कि नियुक्तियों में मुझसे पूछा तक नहीं जाता। भले किसी के कहने से किसी की नियुक्ति हो न हो, लेकिन सीनियर्स से चर्चा करनी चाहिए। बैठकों की मुझे कोई सूचना नहीं दी जाती। अखबारों से पता चलता है कि कांग्रेस की बैठक थी। कमलनाथ की बात पर दिग्विजय सिंह ने भी कहा कि मैं भी कमलनाथ जी की बात से सहमत हूं। बिना एजेंडे के बैठकें बुला ली जाती हैं।
हालांकि अब पूर्व सीएम कमलनाथ ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि सभी कांग्रेसी पार्टी को मजबूत करने और प्रदेश की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए एकजुट हैं। विवाद का कोई सवाल ही नहीं है। बता दें कि कमलनाथ का यह स्पष्टीकरण प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान के एक दिन बाद आया है। पटवारी ने भी इन खबरों का खंडन करते हुए कहा था कि सभी फैसले पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श करके लिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि वह खुद कमलनाथ से मुलाकात करेंगे।