मुस्लिम क्षेत्रों के नाम बदलने को लेकर महाकाल मंदिर पुजारी, महामंडलेश्वर, पंडित और सांसद ने खोला मोर्चा
उज्जैन के महाकाल क्षेत्र से जुड़े बेगम बाग, अंडा गली, तोपखाना के नाम बदलने की मांग
पुजारी जी ने कहा- उज्जैन भगवान महाकाल की नगरी है। यहां की पहचान महाकाल से होनी चाहिए
उज्जैन। मध्य प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव द्वारा उज्जैन जिले के तीन गांवों के नाम बदलने के बाद अब महाकाल मंदिर क्षेत्र के नाम बदलने की मांग जोर पकड़ने लगी है। उज्जैन के सांसद, महाकाल मंदिर के पुजारी-पुरोहित और महामंडलेश्वर ने मांग की है कि मंदिर से लगे क्षेत्रों, जैसे बेगम बाग, अंडा गली और तोपखाना के नाम बदले जाएं। इसके साथ ही सांसद अनिल फिरोजिया ने फतियाबाद गांव का नाम बदलने की भी मांग उठाई है।
उज्जैन शहर के जनप्रतिनिधि, पुजारी और महामंडलेश्वर भी महाकाल मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के नाम बदलने की मांग करने लगे हैं। सभी का मानना है कि देवास गेट बस स्टैंड पर उतरकर श्रद्धालु जब महाकाल मंदिर आते हैं तो मंदिर से लगे बेगम बाग, तोपखाना जैसे क्षेत्रों से होकर गुजरना पड़ता है या फिर यहां उतरकर मंदिर में प्रवेश करना पड़ता है। ऐसे में मंदिर के आसपास के क्षेत्रों का नाम बदलना चाहिए।
उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि महाकाल मंदिर तक जाने वाले मार्ग का नाम सुनकर लोग भ्रमित हो जाते हैं। हमने मांग की है कि इसे ‘महाकाल लोक मार्ग’ का नाम दिया जाए। यह धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगा
महाकाल मंदिर के पुजारी चम्मू गुरु ने कहा कि उज्जैन महाकाल मंदिर के पुजारियों ने भी इस मुद्दे पर अपनी सहमति जताई है। उनका सुझाव है कि आसपास के इलाकों का नाम ‘महाकाल वन’ या ‘महाकाल क्षेत्र’ किया जाए।
महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने कहा कि उज्जैन भगवान महाकाल की नगरी है। बेगम बाग जैसे नाम अब प्रासंगिक नहीं हैं। यहां की पहचान महाकाल से होनी चाहिए।