भोपाल संभाग के जनकल्याण पर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री द्वारा किया गया
सीएम बोले- भोपाल में राजा भोज और सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर प्रवेश द्वार बनाएं जाएंगे
भोपाल। 13 दिसंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भोपाल संभाग के जनकल्याण पर्व कार्यक्रम में बड़ी सौगात दी। इस दिन मुख्यमंत्री ने 758.92 करोड़ रूपये के 70 विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। शुक्रवार को कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित भोपाल संभाग के जनकल्याण पर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि राज्य सरकार के 1 वर्ष पूर्ण होने पर प्रदेश में जनकल्याण पर्व मनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने राजा भोज और राजा विक्रमादित्य के योगदान को याद करते हुए सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि भोपाल केवल प्रदेश की राजधानी ही नहीं बल्कि हमारे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक गौरव का प्रतीक है। भोपाल के प्रत्येक प्रवेश मार्ग को गौरवशाली स्वरूप देने की दिशा में कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजा भोज और सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर प्रवेश द्वार बनाएं जाएंगे। भोपाल के तालाब और यहां की वास्तुकला आज भी जल संरक्षण और स्थापत्य कला के लिए मिसाल हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव भोपाल के ऐतिहासिक तालाबों की अद्भुत तकनीकी संरचना एवं उसकी उपयोगिता के को वर्तमान समय के लिये भी प्रासांगिक बताया।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर मध्यप्रदेश के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रही है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश टाईगर स्टेट ऐसे ही नहीं बना है। यहां राजधानी की जिन सड़कों पर दिन में लोगों का आवागमन रहता है, उन सड़कों पर रात्रि में बाघ को विचरण करते देखा जा सकता हैं। यह दुनिया में कहीं और देखने को नहीं मिलता। यह सबराजा भोज की नगरी भोपाल में ही होता है। राजा भोज की गौरवशाली संस्कृति और विरासत के लिए भोपालवासियों को बधाई देना चाहूंगा कि यहां भोजपुर मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित है।