किसानों और व्यापारियों ने पिछले दिनों आवेदन के द्वारा कलेक्टर से की थी बैठक की मांग
बायपास कंट्रोल एरिया में किसानों के साथ ही कई व्यापारियों के व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी आ रहे
व्यापारियों और किसानों को होगा भारी नुकसान, हजारों की संख्या में कर्मचारी हो जाएंगे बेरोजगार
इंदौर। शहर में बायपास पर शासन की योजना के तहत व्यापारियों और किसानों को चिंता सताने लगी है। इसी मुद्दे के तहत आज कलेक्टर कार्यालय में व्यापारियों और किसानों के साथ कलेक्टर द्वारा बैठक आयोजित की गई। बैठक में योजना से जुड़े मुद्दे कलेक्टर आशीष सिंह ने व्यापारियों और किसानों के बीच में रखे तो वहीं, किसानों और व्यापारियों ने अपनी समस्याएं भी कलेक्टर के सामने रखी।
इंदौर के बायपास चौड़ीकरण को लेकर बायपास कंट्रोल एरिया स्कीम के तहत मिश्रित भूमि उपयोग (मिक्स लैंड यूज) में किसानों के साथ ही व्यापारियों के व्यापार से जुड़ी हुई जमीन इस योजना में आ रही है जिसको लेकर पिछले दिनों किसानों और व्यापारियों द्वारा कलेक्टर कार्यालय पर एक आवेदन दिया गया था। इस आवेदन के आधार पर आज कलेक्टर कार्यालय में किसान और व्यापारियों की संयुक्त बैठक हुई जिसमें तमाम मुद्दों पर बात रखी गई है।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि किसानों और व्यापारियों के सुझाव आए हैं उसे देखने के बाद जो भी निर्णय होगा वह लिया जाएगा।
बायपास व्यापारी संगठन अध्यक्ष महेंद्र सिंह करसी का कहना है कि हजारों व्यापारियों को इस योजना के तहत नुकसान होगा। कई लोग यहां के व्यापार में नौकरी करते हैं जो की पूरी तरह से बेरोजगार हो जाएंगे। इस योजना को पूरी तरह से दूसरे रूप से क्रियान्वित करने की आवश्यकता है। नहीं तो व्यापारियों और किसानों को भारी नुकसान होगा।