एग्जिट पोल्स और तमाम एक्सपर्ट्स के दावे फेल होते हुए नज़र आ रहे
इंदौर। लोकसभा चुनाव- 2024 के नतीजे लगातार सामने आ रहे हैं। 543 सीटों पर हुए इस चुनाव में बीजेपी बनाम इंडिया गठबंधन का मुकाबला देखा जा रहा है। जैसे-जैसे नतीजे सामने आ रहे हैं, वैसे-वैसे सीटों की स्थिति भी साफ होती जा रही है। हालांकि अभी तक के रुझान के हिसाब से देखा जाए तो एग्जिट पोल्स और तमाम एक्सपर्ट्स के दावे फेल होते हुए नज़र आ रहे हैं।
अभी तक के आंकड़े देखे तो इंडिया गठबंधन को पांच राज्यों में फायदा होता नजर आ रहा है। लेकिन सत्ता की रेस में बीजेपी काफी आगे है और दोबारा सत्ता में आ सकती है। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने इन राज्यों में खासा प्रदर्शन नहीं किया था। वहीं, इस बार गठबंधन करने से कांग्रेस को फायदा होता नज़र आ रहा है।
अमेठी से स्मृति ईरानी लगभग 72 हजार वोटों से पीछे चल रही है। केरल से शशि थरूर पीछे चल रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ भी पीछे चल रहे हैं। बारामूला सीट से उमर अब्दुल्ला पीछे चल रहे हैं। उत्तरप्रदेश के खीरी से अजय कुमार टेनी पीछे चल रहे हैं।
कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर हुआ नज़र आ रहा
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जहां मात्र 56 सीटों पर सिमट गई थी, वहीं इस बार कांग्रेस ने गठबंधन कर 100 से ज्यादा सीटों पर बढ़त बनाई हुई है। इंडिया गठबंधन को इस बार सीधे तौर पर फायदा मिलता हुआ देखा जा रहा है। जबकि एनडीए को इस बार कई सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। हालांकि, सत्ता की रेस में बीजेपी काफी आगे है और पार्टी की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
2019 में ऐसा था हाल
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए के हिस्से 353 सीटें आई थीं, जबकि बीजेपी को 303 सीटें मिली थीं। 80 सीटों वाले यूपी में एनडीए को 64, 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 18, 48 सीटों वाले महाराष्ट्र में 41, 40 सीटों वाले बिहार में 39, 39 सीटों वाले तमिलनाडु में एक, एक सीट वाले अंडमान और निकोबार द्वीप में शून्य, 25 सीटों वाले आंध्र प्रदेश में एक भी सीट नहीं मिली थी। वहीं, दो सीटों वाले अरुणाचल प्रदेश में दो, 14 सीटो वाले असम में नौ, एक सीट वाले चंडीगढ़ में एक, 11 सीटों वाले छत्तीसगढ़ में नौ, सात सीटों वाले दिल्ली में सात, दो सीटों वाले गोवा में एक, 26 सीटों वाले गुजरात में 26 सीटें मिली थीं।