चीन से फैल रहा खतरनाक वायरस HMPV, भारत में मिले 6 केस, कई राज्यों की मजबूत तैयारी

हवा के जरिए यह तेजी से फैल सकती है। श्वसन तंत्र के साथ ही इसका असर फेफड़ों पर भी होता है

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बोले- हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं, जल्दी रिपोर्ट शेयर की जाएगी

कोरोना के कहर से बाहर निकलकर दुनिया ने कुछ नए कदम बढ़ाए ही थे कि चीन से फिर एक नए वायरस कि दस्तक आना शुरू हो गई। चीन में HMPV नामक वायरस तेजी से फ़ैल रहा है। बीते दिनों से इस के कुछ केसेस भारत में भी मिले है। लोगों के स्वास्थ्य को लेकर राज्य और सरकार द्वारा कई दिशा निर्देश जारी किए गए है। आइए जानते है क्या है HMPV वायरस और इससे जुडी अन्य जानकारी।

क्या है HMPV ?

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस HMPV एक एयरबोर्न डिसीज है। यह एक संक्रामक रेस्पिरेटरी बीमारी है जो ज्यादा बढ़ने पर गंभीर साबित हो सकती है। हवा के जरिए यह तेजी से फैल सकती है। श्वसन तंत्र के साथ ही इसका असर फेफड़ों पर भी होता है। जानकारी के अनुसार चीन में यह वायरस तेजी से बढ़ रहा है और यही से इसकी शुरुआत हुई है। हालांकि इसकी पहचान सबसे पहले साल 2001 में नीदरलैंड में की गई थी। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर हो सकता है। कम या खराब वेंटिलेशन वाली जगह पर रहने वाले लोगों पर भी असर जल्दी हो सकता है।

कर्नाटक में मिला पहला केस

हाल ही में कर्नाटक में इसका पहला केस मिला है। 8 महीने के एक बच्चे में यह संक्रमण पाया गया है। कर्नाटक में ही 3 महीने की एक बच्ची भी इस वायरस से संक्रमित हुई है। एचएमपीवी का तीसरा केस गुजरात में मिला है जहां तीन महीने का एक बच्चा वायरस से संक्रमित है। वायरस की खबर सामने आते ही लोगों का बचाव करने के लिए विभिन्न राज्यों द्वारा दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरव भारद्वाज ने एचएमपीवी से बचाव के लिए सभी अस्पतालों को श्वसन संबंधी बीमारी में किसी भी संभावित वृद्धि से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने के आदेश दिए है। उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को राजधानी में तैयारी के बारे में समय पर अपडेट हासिल करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संपर्क में रहना चाहिए। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आंबेडकर ने कहा है कि देश में पाए जाने वाले एचएमपीवी मरीजों को लेकर स्वास्थ्य विभाग जल्दी अगले दो दिन में एक बैठक करेगा। सोशल मीडिया आ रही खबरों से कई गलतफहमियां पैदा हो रही है लेकिन डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने नागरिकों को अपना ख्याल रखने की सलाह भी दी है।

राज्य सरकारों ने दी सावधान रहने की सलाह

केरल में एचएमपीवी के दो केस सामने आने के बाद सरकार ने कहा है कि चीन में वायरल बुखार और संक्रमण के बड़े पैमाने पर मामले आने की खबरों पर हमने बारीकी से नजर रखी हुई है। लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि चीन से आए वायरस के बारे में अब तक ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है जिसमें इसके महामारी का रूप लेने या अन्य क्षेत्रों में तेजी से फेल करने के बाद कही गई हो। उन्होंने आगे कहा कि मलयाली लोग दुनिया के सभी हिस्सों में है और चीन समेत अन्य देशों के प्रवासी अक्सर राज्य में आते हैं इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरती जानी चाहिए। मंत्री ने लोगों विशेष कर गर्भवती महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने का आग्रह और मास्क पहनने का अनुरोध किया है।

पुरे साल रहेगी वायरस के आकड़ो पर नजर

अन्य देशो में भी एचएमपीवी के मामले सामने आ रहे है। चीन में यह काफी तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा की जा रही निगरानी के अनुसार देश में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी या गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के मामलों में फिलहाल कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है। मंत्रालय ने कहा है कि आईसीएमआर पूरे साल एचएमपीवी के मामलो की संख्या पर नजर रखेगा।

ऐसे करे HMPV की पहचान और बचाव

एचएमपीवी के लक्षण सामान्य सर्दी बुखार जैसे ही है। यदि किसी को काफी समय से खांसी, बुखार, बंद नाक, सांस लेने में तकलीफ और शरीर पर लाल चकते जैसे लक्षण दिखते हैं तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। वायरस से बचने के लिए ज्यादा भीड़ वाली जगह पर जाने से बचे। यदि किसी को सर्दी खांसी है तो उससे दूर रहे। बाहर का खाना कम करें। यदि आपको सर्दी और खांसी है तो छींकते और खांसते समय रुमाल का उपयोग करें। अपने चेहरे और मुंह को बार-बार न छुए। बाहर से आकर हाथ और पांव अच्छे से धोए। वर्तमान में इस वायरस की कोई दवा नहीं है लेकिन इससे अभी तक किसी को कोई गंभीर नुकसान भी नहीं हुआ है। यदि सावधानी बरती जाए तो इसे खत्म किया जा सकता है।

नया वायरस नहीं है HMPV

एचएमपीवी पर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा का बयान भी सामने आया है उन्होंने कहा कि, विशेषज्ञों ने यह कहा है कि एचएमवी कोई नया वायरस नहीं है। 2001 में पहली बार इसकी पहचान हुई थी। इसके बाद यह दुनिया में फैला। यह सांस लेने से फैलता है, हवा के माध्यम से फैलता है। यह सभी उम्र के लोगों पर असर करता है। हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं और जल्दी रिपोर्ट शेयर की जाएगी। बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अभी तक एचएमपीवी वायरस को लेकर कोई अपडेट जारी नहीं किया गया है। हालांकि चीन के पड़ोसी देशों द्वारा WHO से इस बारे में सही अपडेट मांगी जा रही है।

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