बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर भोपाल में यूथ कांग्रेस का बड़ा प्रदर्शन
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री के बयान पर साधा निशाना
भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को महंगाई, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों के खिलाफ भोपाल में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान हजारों कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के सरकारी आवास तक मार्च करने की कोशिश की। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा पानी की बौछारों और आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद कुछ प्रदर्शनकारी जमीन पर गिर गए, जिसमें विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी और युवा कांग्रेस एमपी इकाई के प्रमुख मितेंद्र दर्शन सिंह शामिल थे।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी, जिन्हें पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड पर चढ़ने के बाद तोप से पानी के बल पर नीचे फेंक दिया गया, ने पीटीआई को बताया कि उन्हें मामूली चोट लगी है, उन्होंने कहा कि “एक सौ या दो सौ घायल प्रदर्शनकारी मेरे साथ अस्पताल में हैं।”
सीएम हाउस का घेराव से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री के बयान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “दो दिन पहले मुख्यमंत्री ने कहा था कि भारत में रहना है तो राम कृष्ण कहना होगा। कांग्रेस का युवा साथी चुनौती देता है कि आपको मुख्यमंत्री रहना है तो कर्ज लेना बंद करना होगा, जाति जनगणना करानी होगी, दलितों पर अत्याचार बंद करना होगा, सोयाबीन के दाम 6 हजार
करने होंगे। ढाई लाख युवाओं को नौकरी देनी होगी। बाबा साहब आंबेडकर के संविधान से नफरत बंद करना होगी।”
हरदा के कांग्रेस विधायक आरके दोगने ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण बैठक करने के तुरंत बाद और सीएम आवास तक मार्च करने से पहले ही रोक दिया गया। हमारे बैरिकेड तक पहुंचने से पहले ही पानी की बौछारें की गई और प्रदर्शनकारियों को लाठियों से खदेड़ा गया। किसान, युवा, गरीब गहरे संकट में हैं। हम राज्य सरकार को अपनी चिंताएं बताना चाहते थे। लोगों की आवाज दबाने से इनका समाधान नहीं होगा।”
आखिरी दम तक लड़ेंगे कार्यकर्ता
जीतू पटवारी ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि ये मोहन सरकार और बीजेपी कि सरकार नहीं माफिया की सरकार है। आगे उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता अपनी आखिरी बूंद तक जाति जन गणना के लिए लड़ेगा। किसानों की एमएसपी, सोयाबीन और धान के दाम और ढाई लाख नौकरीयां जब तक नहीं दी जाएगी हम तब तक लड़ेंगे। इस सरकार में बहनों और दलितों पर अत्याचार हो रहा है।