डीएम और एसपी के आदेश के बाद पुलिस ने विधायक के बेटे के काफिले में शामिल तीन गाड़ियों को जब्त किया
बीजेपी एमएलए के बेटे विक्रम ने गलती मानते हुए प्रशासन को कहा कि वह जो भी चालानी कार्रवाई करेंगे, उसे हम भर देंगे
कांग्रेस विधायक महेश परमार बोले- भारतीय जनता पार्टी के लोग व्यवस्था बिगाड़ने में लगे हुए हैं
उज्जैन। शुक्रवार को नागपंचमी पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु महाकाल मंदिर पहुंचे। ऐसे में कई मार्गों पर गाड़ियों का प्रवेश निषेध था। दोपहर करीब 3:30 बजे देवास विधायक गायत्री राजे का बेटा विक्रम सिंह पवार अपने काफिले के साथ नीलकंठ द्वार से महाकाल लोक में एंटर हुए। यहां से महाकाल लोक के कंट्रोल रूम के पास वीआईपी गाड़ियों को रोका जाता है और यही से वीआईपी पैदल या ई-कार्ट से मंदिर तक जाते हैं। लेकिन विक्रम राजे की गाड़िया कंट्रोल रूम से होते हुए महाकाल लोक की ओर आगे बढ़ गई। इस दौरान मान सरोवर गेट से कुछ दूरी पर महाकाल मंदिर के गार्ड और पुलिस कर्मियों ने दौड़कर गाड़ियों को रुकवाया। इस दौरान उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा और उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह वाहन चालक पर जमकर बिफर पड़े। वाहन चालक से गाड़ियां थाने पर खड़ी करवाई गई।
नीरज सिंह, कलेक्टर, उज्जैन ने कहा कि दर्शन के दौरान नीलकंठ द्वार से तीन गाड़ियां तेज गति से महाकाल कंट्रोल रूम के आगे निकल गई थीं। सभी गाड़ियों को जब्त कर थाने पहुंचा दिया है।
प्रदीप शर्मा, एसपी, उज्जैन ने कहा कि आज तीन गाड़ियां गलत तरीके से नीलकंठ द्वार से कंट्रोल रूम के आगे निकल गईं थी। तीनों गाड़ियों पर 30 हजार रुपए की चालानी कार्रवाई की गई है।
विक्रम सिंह, देवास के भाजपा विधायक के पुत्र ने कहा कि हमने गलत जगह से एंट्री की, इसका हमें खेद है। हमने अपनी गलती मानते हुए प्रशासन को कहा कि वह जो भी चालानी कार्रवाई करेंगे, उसे हम भर देंगे।
कांग्रेस के तराना विधायक महेश परमार ने घटना को लेकर कहा कि भक्त आठ-आठ घंटे लाइन में लगकर दर्शन कर रहे हैं और बीजेपी विधायक के बेटे गाड़ियों को महाकाल मंदिर के अंदर तक ला रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के लोग व्यवस्था बिगाड़ने में लगे हुए हैं। कांग्रेस इसका विरोध करती है।