किरेन रिजीजू बोले- इस विधेयक का समर्थन करिए करोड़ों लोगों की दुआएं मिलेंगी
ओवैसी बोले- यह विधेयक इस बात का सबूत है कि आप मुसलमानों के दुश्मन हैं
नई दिल्ली। लोकसभा में आज वक्फ संशोधन बिल पेश किया गया। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बिल पेश किया। बिल पेश करते ही संसद में हंगामा होने लगा। इस बिल का कांग्रेस, सपा, एनसीपी (शरद पवार) के साथ ही इंडिया गठबंधन के अन्य सहयोगियों ने विरोध किया। हालांकि यह बिल लोकसभा में आज पास नहीं हो पाया।
किरेन रिजीजू ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कहा कि “इस विधेयक से संविधान का उल्लंघन नहीं हो रहा है। जिन्हें हक नहीं मिला उन्हें हक देने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। किसी धर्म में दखल नहीं दिया जा रहा है। विपक्ष की सारी आशंकाएं दूर की जाएंगी। इस विधेयक का समर्थन करिए करोड़ों लोगों की दुआएं मिलेंगी।”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि “सरकार लोकसभा के अध्यक्ष के अधिकार में भी कटौती करने की तैयारी कर रही है। हमें और पूरे विपक्ष को आपके लिए लड़ना होगा। इस पर अमित शाह ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि “अखिलेश यादव आसन का अपमान कर रहे हैं। आसन के अधिकार सदन के अधिकार हैं।”
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि “हम हिंदू हैं लेकिन साथ ही हम दूसरे धर्मों की आस्था का भी सम्मान करते हैं। यह बिल महाराष्ट्र, हरियाणा चुनावों के लिए खास है। आप यह नहीं समझते कि पिछली बार भारत की जनता ने आपको साफ तौर पर सबक सिखाया था। यह संघीय व्यवस्था पर हमला है।” असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “सरकार कह रही है कि हम महिलाओं को मैंबर बनाएंगे। क्या वे बिलकिस बानो को मैंबर बनाएंगे। यह विधेयक इस बात का सबूत है कि आप मुसलमानों के दुश्मन हैं।” सांसद कनिमोझी ने कहा कि “यह विधेयक एक विशेष धार्मिक समूह को टारगेट कर रहा है।”
वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन बिल पास होने के बाद वक्फ बोर्ड किसी भी संपत्ति को अपना नहीं बता सकेगा। अभी वक्फ के पास किसी भी जमीन को अपनी संपत्ति घोषित करने की शक्ति है। जमीन पर दावे से पहले उसका वेरिफिकेशन करना होगा। इससे बोर्ड की मनमानी पर रोक लगेगी। बोर्ड के पुनर्गठन से बोर्ड में सभी वर्गों समेत महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ेगी। मुस्लिम बुद्धिजीवी, महिलाएं और शिया और बोहरा जैसे समूह लंबे समय से मौजूदा कानूनों में बदलाव की मांग कर रहे हैं।
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