त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह ने 3252 वोट से जीत दर्ज की
सीएम बोले- यह विजय प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में डबल इंजन वाली भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का परिणाम है
भोपाल। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की है। त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह ने 3252 वोट से जीत दर्ज की। शुरू के तीन राउंड में बढ़त बनाने के बाद भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह लगातार दूसरे नंबर पर ही चल रहे थे। कांग्रेस के धीरन शाह लीड बनाए हुए थे। कांग्रेस ने जहां लोकसभा चुनाव में छिंदवाड़ा की सीट गंवाई थी, वहीं अब इस जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट भी कांग्रेस के हाथ से निकल गई है। निश्चित रूप से यह कांग्रेस में लिए चिंता का विषय है।
काउंटिंग के बीच में लगने लगा था कि अमरवाड़ा में भाजपा की हार हो जाएगी, लेकिन अचानक से समीकरण फिर बदले और भाजपा के कमलेश शाह 18वें राउंड में 800 वोटों से आगे निकल गए। इसके बाद 19वें राउंड में भी पकड़ बनाते हुए फइनल 20वें राउंड अपनी जीत दर्ज कर ली। वहीं, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी लगातार तीसरे नंबर पर रही। अंतिम राउंड की काउंटिंग के बाद कांग्रेस ने विरोध जताते हुए रिकाउंटिंग की मांग की है।
अमरवाड़ा सीट पर बीजेपी के कमलेश शाह ने कांग्रेस के प्रत्याशी धीरेन शाह को हराया है। दरअसल लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायक रहे कमलेश शाह बीजेपी में शामिल हो गए थे। साथ ही उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद ये सीट खाली हो गई थी। वहीं अब इस पर बीजेपी ने कब्जा जमा लिया है।
भाजपा की जीत को लेकर सीएम डॉ मोहन यादव बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि “छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में भाजपा को मिली इस अभूतपूर्व विजय के लिए बीजेपी प्रत्याशी कमलेश प्रताप शाह और समस्त कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई देता हूं तथा अमरवाड़ा के भाई – बहनों को भाजपा को दिए इस विजयी आशीर्वाद के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं! यह विजय प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में डबल इंजन वाली भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का परिणाम है।”
बता दें कि पिछले साल के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में अमरवाड़ा सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी। लेकिन लोकसभा चुनाव में बीजेपी के विवेक बंटी साहू ने कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को हराकर छिंदवाड़ा जीत लिया था। गौरतलब है कि तीन बार के कांग्रेस विधायक कमलेश शाह इसी साल बीजेपी में शामिल हुए थे और उनके इस्तीफा देने के बाद ही ये सीट खाली हुई थी। इस सीट पर कुल नौ उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई थी।