तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्ति) ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे
भगदड़ में 120 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है, सैकड़ों लोग अभी भी हॉस्पिटल में है भर्ती
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को बड़ा हादसा हो गया था। हाथरस जिले के फुलराई गांव में भोलेबाबा का प्रवचन कार्यक्रम चल रहा था। कार्यक्रम के समापन के बाद अचानक भगदड़ मच गई। कार्यक्रम में शामिल होने आए 120 से ज्यादा लोगों की इस हादसे में मौत हो गई। हालांकि प्रशासन ने अभी तक 121 लोगों के नाम सार्वजनिक किए हैं। सैकड़ों लोग अभी भी घायल है। बाबा घटना के बाद से ही फरार है। अब हाथरस कांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय आयोग गठित कर दिया गया है।
तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी पटेल के निर्देश पर राज्य सरकार ने हाथरस भगदड़ की जांच के लिए बुधवार को तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित की। सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। सरकारी प्रवक्ता ने बुधवार रात को एक बयान में बताया कि तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्ति) ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे। उन्होंने बताया कि आयोग के दो अन्य सदस्यों में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी हेमंत राव और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी भावेश कुमार सिंह शामिल हैं।
क्या बोला सूरजपाल उर्फ भोले बाबा
हाथरस जिले में हुए एक सत्संग के बाद मची भगदड़ से अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। इस सत्संग का आयोजन सिकंदराराउ इलाके के फुलराई गांव में हुआ था। ये सत्संग नारायण साकार हरि उर्फ साकार विश्व हरि का था। इन्हें लोग ‘भोले बाबा बुलाते हैं। भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल है। हाथरस हादसे पर सूरजपाल ने पहला बयान जारी किया है। सूरजपाल ने कहा है कि मैं हादसे से पहले ही वहां से चला गया था। भगदड़ से होने वाली मौतों पर बाबा ने दुख जताया है।
अजय राय बोले- ये यूपी सरकार का फेलियर है
हाथरस हादसे पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का बयान आया है। अजय राय ने मृतकों के परिवार को 1 करोड़ और घायलों को 25 लाख मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा है कि दुख की घड़ी में लोगों के साथ खड़े होने का समय है। राजनीति कौन कर रहा जनता जानती है, दोषियों पर सरकार कठोर कार्रवाई करे, यूपी में आज तक इतनी बड़ी घटना नहीं हुई, ये यूपी सरकार का फेलियर है।