उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग के बाद हुई भगदड़ में 120 से ज्यादा लोगों की मौत

यह घटना हाथरस जिले के फुलरई गांव में भोले बाबा के द्वारा आयोजित सत्संग के दौरान घटी

सीएम योगी ने कहा- हाथरस की घटना हादसा है या साजिश, इसकी जांच होगी

जानकारी के अनुसार सत्संग में करीब 1 से डेढ़ लाख लोग हुए थे शामिल

उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग के बाद हुई भगदड़ में 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। सत्संग भोले बाबा नामक व्यक्ति के द्वारा किया जा रहा था। यह हादसा फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ। हादसे के बाद अस्पतालों में हालात भयावह नजर आ रहे हैं। जानकारी मिलने तक कुल 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लाशों और घायलों को बस-टैंपो में भरकर सिकंदराराऊ सीएचसी, एटा जिला अस्पताल और अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा गया।

22 आयोजकों के खिलाफ हुई एफआईआर दर्ज

हादसे के बाद 22 आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है लेकिन इसमें बाबा का नाम नहीं है। पुलिस मैनपुरी में बाबा के आश्रम में भी पहुंची। लेकिन वहां बाबा नहीं मिला। उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अधिकारियों से देर रात तक हादसे की रिपोर्ट लेते रहे। आज वे हाथरस के जिला अस्पताल पहुंचेंगे। मृतकों में ज्यादातर हाथरस, बदायूं और पश्चिम यूपी के जिलों के हैं। इधर, एटा में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही रजनेश को हार्ट अटैक आ गया। साथी उन्हें डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन उनकी मौत हो गई। हालांकि, एटा SSP ने सिपाही की मौत की वजह बीमारी बताई है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया

कल के हादसे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है। कल सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है। हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनके पैर छूने के लिए दौड़े। भीड़ को काबू में करने के लिए पानी की बौछारें फेंकी गई। लोग भागने लगे, तभी एक-दूसरे पर गिरते गए। भगदड़ में कुचलने से इतनी मौतें हुईं।

कौन है यह बाबा, जिसके लिए एकत्रित हुए 50 हजार लोग

भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल है। वह एटा का रहने वाला है। करीब 25 साल से सत्संग कर रहा है। बाबा के पश्चिमी यूपी के अलावा राजस्थान, हरियाणा में भी बड़ी तादाद मे अनुयायी हैं। मंगलवार को सत्संग में 50 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे थे।

पीएम और गृह मंत्री ने जताया शोक

प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। भारत सरकार ने भी और राज्य सरकार ने भी मृतक के परिजन को दो-दो लाख रुपए और गंभीर रूप से घायल नागरिकों के लिए 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।

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