पंडित प्रदीप मिश्रा के राधारानी को लेकर दिए गए बयान पर प्रेमानंद महाराज ने कड़ी आपत्ति जताई है
इंदौर। प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के राधारानी को लेकर दिए बयान पर वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज ने कड़ी आपत्ति जताई है। इस प्रकरण में दोनों आमने-सामने आ गए। प्रेमानंद महाराज ने कहा कि उसे कुछ अता-पता नहीं है, प्रदीप मिश्रा ने राधा को समझा नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कैसे प्रदीप के बयान से उनके दिल को ठेस पहुंची है। उधर, ब्रजवासियों में भी प्रदीप मिश्रा के बयान पर आक्रोश है। लोगों ने प्रदीप मिश्रा के बयान की निंदा की है। यही नहीं कई जगह विरोध प्रदर्शन भी किया जा रहा है।
इंदौर में किया गया पंडित प्रदीप मिश्रा का पुतला दहन
इंदौर में लोगों के बीच पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला। 13 मई की रात को चंद्रगुप्त चौराहे पर पंडित प्रदीप मिश्रा का पुतला दहन किया गया और उनके पोस्टर पर कालिख पोती गई।इसके साथ ही उन्हें सद्धबुद्धि देने के लिए भजन गाए गए। बाद में उनका पुतला दहन किया। इस दौरान पुलिस भी मौके पर थी लेकिन कोई विवाद या झड़प की स्थिति नहीं बनी। लोगों का कहना है कि व्यास पीठ से इस तरह की बातें कहकर राधा रानी के बारे में टिप्पणी करना बिल्कुल गलत है।
क्यों विवाद में घिरे कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा
सोशल मीडिया पर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कथावाचन का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वे कथावाचन के दौरान राधा रानी को लेकर टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा- श्री कृष्ण की पत्नियों में राधा का नाम नहीं है। राधा जी के पति का नाम अनय घोष है। उनकी सास का नाम जटिला और ननद का नाम कुटिला था। राधा जी की शादी छात्रा गांव में हुई थी। इसके साथ ही पंडित प्रदीप मिश्रा ने राधारानी के मायके को लेकर भी बयान दिया।
पंडित मिश्रा के बयान पर भड़के प्रेमानंद महाराज
पंडित प्रदीप मिश्रा के इस बयान पर प्रख्यात संत प्रेमानंद महाराज भी भड़क गए। उन्होंने प्रदीप मिश्रा को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा था कि वे किस राधा की बात कर रहे हैं। अभी वे राधा को जानते नहीं हैं। अगर जान जाएंगे तो आंसुओं से वार्ता होती। आगे उन्होंने कहा कि वेद कहते हैं कि राधा और श्रीकृष्ण अलग नहीं है।
फिर पंडित प्रदीप मिश्रा ने दी सफाई
अपने बयान को लेकर सफाई देते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो वीडियो वायरल हुआ है, वह 14 साल पुराना है, जिसे कांट-छांट कर पेश किया गया है। 14 साल पुराने वीडियो को पूरा सुनिए। वीडियो को पूरा सुनने पर सबको सब समझ आ जाएगा। उन्होंने कहा कि कुबरेश्वर धाम के द्वार सभी के लिए खुले हुए हैं, आइए वहां हर सवाल का जवाब मिलेगा।