मोदी के साथ NDA के 14 सहयोगी दलों के 18 सांसद भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं
अमित शाह ने कहा- यह प्रस्ताव केवल यहां बैठे लोगों की इच्छा नहीं है। यह देश के 140 करोड़ लोगों का प्रस्ताव है
इंदौर। नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने को तैयार है। वे 9 जून 2024 की शाम 7.15 बजे लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। मोदी के साथ NDA के 14 सहयोगी दलों के 18 सांसद भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इनमें 7 कैबिनेट और बाकी 11 स्वतंत्र प्रभार और राज्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। माना जा रहा है 3 दर्जन से अधिक सांसद मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। TDP और JDU से 2-2 और शिवसेना से एक कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि इसके अलावा NCP, LJP और JDS के कोटे से कैबिनेट मंत्री शपथ ले सकते हैं।
नरेंद्र मोदी को 7 जून को लगातार तीसरी बार NDA का नेता चुना गया। पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में NDA संसदीय दल की बैठक हुई। इसमें NDA के सभी 293 लोकसभा सांसदों, राज्यसभा सांसद और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी CM की मौजूदगी में सुबह 11 बजे इस पर मुहर लगाई गई। इसके बाद NDA ने दोपहर 3 बजे सरकार बनाने का दावा पेश किया। गठबंधन के नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का पत्र सौंपा। फिर शाम 6 बजे मोदी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिले। राष्ट्रपति ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया।
बैठक के दौरान मंच पर ये नेता रहे मौजूद
बैठक के दौरान मंच पर अनुप्रिया पटेल, जीतनराम मांझी, चिराग पासवान, एकनाथ शिंदे, अजित पवार, नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, एचडी कुमारस्वामी, पवन कल्याण, अमित शाह, जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह मौजूद रहे।
क्या बोले एनडीए के दिग्गज नेता
एनडीए संसदीय दल की बैठक में अमित शाह ने कहा कि यह प्रस्ताव केवल यहां बैठे लोगों की इच्छा नहीं है। यह देश के 140 करोड़ लोगों का प्रस्ताव है। यह देश की आवाज है कि पीएम मोदी अगले 5 साल तक देश का नेतृत्व करें।
टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि हम सभी को बधाई दे रहे हैं क्योंकि हमने शानदार बहुमत हासिल किया है। मैंने चुनाव प्रचार के दौरान देखा है कि 3 महीने तक पीएम मोदी ने कभी आराम नहीं किया। उन्होंने दिन-रात प्रचार किया। उन्होंने उसी भावना के साथ शुरुआत की और उसी भावना के साथ खत्म किया। पीएम मोदी देश के लिए काम करें, हमारा उन्हें पूरा समर्थन है।
नीतीश कुमार ने जेडीयू की तरफ से नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि 10 साल से ये प्रधानमंत्री हैं। फिर प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। पूरे देश की सेवा है पूरा भरोसा है जो कुछ भी बचा है अगली बार ये सब पूरा कर देंगे, जो भी राज्य का है। हमलोग पूरे तौर पर सब दिन इनके साथ रहेंगे।
बैठक के बाद नरेंद्र मोदी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनके घर जाकर भेंट की।
भाजपा को नहीं मिल पाया है बहुमत
लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि, NDA ने 293 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। NDA में भाजपा के अलावा 14 सहयोगी दलों के 53 सांसद हैं।
गठबंधन में चंद्रबाबू की TDP 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।